वैष्णो देवी हादसे में गाजियाबाद की महिला इंटीरियर डिजाइनर की मौत
जम्मू-कश्मीर के कटरा स्थित वैष्णो देवी भवन में भगदड़ हादसे में वसुंधरा निवासी इंटीरियर श्वेता ¨सह की मौत हो गई हैं। वह अपनी बहन सरिता के साथ 26 दिसंबर को वैष्णो देवी के दर्शन करने गईं थी। हादसे में उनकी बहन सरिता भी घायल हो गई हैं।
गाजियाबाद /साहिबाबाद, जागरण संवाददाता। जम्मू-कश्मीर के कटरा स्थित वैष्णो देवी भवन में भगदड़ हादसे में वसुंधरा निवासी इंटीरियर श्वेता ¨सह की मौत हो गई हैं। वह अपनी बहन सरिता के साथ 26 दिसंबर को वैष्णो देवी के दर्शन करने गईं थी। हादसे में उनकी बहन सरिता भी घायल हो गई हैं। मौत की सूचना मिलने के बाद श्वेता के भाई राकेश उनके शव को एंबुलेंस से जम्मू-कश्मीर से वसुंधरा ला रहे हैं।
मूलरूप से बिहार के मुज्जफरपुर निवासी (35) श्वेता सिंह का परिवार साल 2003 से वसुंधरा की वार्तालोक सोसायटी में रह रहा था। श्वेता की शादी चार साल पहले उरई के ग्राम डिकौली निवासी विक्रांत सिंह के साथ हुई थी। श्वेता दिल्ली के कनाट प्लेस में कोठारिया एसोसिएट प्राइवेट लिमिटेड में इंटीरियर डिजाइनर थीं। उनके पति मर्चेंट नेवी में सीनियर पद पर नौकरी करते हैं।
वर्तमान में श्वेता अपने भाई राकेश रोशन और मां के साथ वार्तालोक सोसायटी वसुंधरा में रह रही थीं। 26 दिसंबर वह गाजियाबाद के क्रा¨सग रिपब्लिक निवासी अपनी बड़ी बहन सरिता के साथ माता वैष्णो देवी के दर्शन करने गई थीं। शुक्रवार रात तीन बजे जम्मू-कश्मीर पुलिस ने फोन कर श्वेता ¨सह की मौत की जानकारी वसुंधरा में उनके भाई राकेश रोशन को दी।
सूचना मिलने के बाद राकेश फ्लाइट से जम्मू कश्मीर के लिए रवाना हो गए। वह अपनी बहन श्वेता ¨सह के शव और अपनी घायल बहन सरिता को लेकर गाजियाबाद आ रहे हैं। लद्दाख घूमने के बाद वैष्णो देवी गई थीं। श्वेता के साथ काम करने वाले दीवान सिंह ने बताया कि श्वेता अपनी बहन के साथ माता वैष्णो देवी के दर्शन करने से पहले लद्दाख और जम्मू कश्मीर के अन्य स्थानों पर घूमने के लिए गई थी।
वह अपनी बहन के साथ वैष्णो देवी पर सुबह की आरती में शामिल होने के लिए पहुंची थीं। इस दौरान भगदड़ मच गई। जब उन्हें भगदड़ की जानकारी मिली तो उन्होंने श्वेता को फोन किया, लेकिन उनका फोन नहीं उठ रहा था। स्थानीय पुलिस ने उनका फोन उठाया और उनकी मौत की जानकारी दी।
सोसायटी के सात लोग गये थे दर्शन करने : वार्तालोक सोसायटी से सात लोग वैष्णो देवी के दर्शन करने गए थे। सोसायटी निवासी अतुल और अंजुल सहित सभी सातों लोग सुरक्षित हैं। भगदड़ के दौरान अन्य लोग दूसरे स्थान पर थे। अन्य सभी लोग सुरक्षित हैं और वह ट्रेन से घर लौट रहे हैं। हर साल सोसायटी में नये साल का जश्न मनाया जाता था लेकिन हादसे की सूचना मिलने के बाद इस बार सोसायटी में जश्न नहीं मनाया गया।
इंडोनेशिया लौट रहे पति: श्वेता के रिश्तेदार डीएन सिंह ने बताया कि श्वेता की मौत की जानकारी उनके पति विक्रांत को दे दी गई है। जब उन्हें सूचना दी गई तब वह इंडोनेशिया में पानी के जहाज पर थे। वह इंडोनेशिया से घर के लिए चल दिए हैं। दो दिन बाद वह घर आ जाएंगे। मौत की सूचना उनके ससुराल उरई में भी दे दी गई है। श्वेता का अंतिम संस्कार गाजियाबाद में किया जाएगा। वहीं, मामले की जानकारी मिलने पर स्थानीय पुलिस ने श्वेता के घर पहुंचकर जानकारी की।
14 साल से कर रही थी नौकरी श्वेता के साथ काम करने वाले दीवान सिंह ने बताया कि 14 साल से वह एक ही कंपनी में नौकरी कर रही थीं। वह बहुत मिलनसार थी। आफिस में सभी लोगों को उनका व्यवहार पसंद था। सोसायटी के सुरक्षा गार्ड ऋषिकांत ने बताया कि वह सोसायटी के स्टाफ का हाल-चाल पूछती रहती थी। उनकी मौत के बाद भाभी संगीता, 21 वर्षीय भतीजी और 12 वर्षीय भतीजा सहित सोसायटी आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी व अन्य स्टाफ गमजदा हैं।