गाजियाबाद में कोरोना से निपटने के लिए ऑपरेशन दस्तक शुरू, प्रशासन ने बनाई रणनीति
जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने बताया कि जिले में कोरोना को मात देने के लिए यह योजना शुरू की गई है। इस योजना में दो तरह की रणनीति तय कर काम किया जा रहा है।
गाजियाबाद, आशुतोष गुप्ता। कोरोना पर काबू पाने के लिए प्रशासन ने ऑपरेशन दस्तक की शुरुआत की है। इसके तहत जिले में बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) घर-घर जाकर परिवार के सदस्यों के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं। वह प्रशासन द्वारा एक तय प्रारूप पर परिवार के सदस्यों की जानकारी हासिल कर रहे हैं और यह प्रारूप भरकर अपने सक्षम अधिकारी को सौंपेंगे। यदि किसी व्यक्ति को कोरोना के लक्षण की जानकारी मिलती है तो उसकी तत्काल जांच कराकर पॉजिटिव पाए जाने पर अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।
इसके साथ ही बीएलओ घर-घर जाकर लोगों को पंफलेट्स व अन्य माध्यमों से कोरोना को लेकर बरती जाने वाली सावधानियों, लक्षण और बचाव के प्रति जागरूक करेंगे। प्रशासन ने इस काम के लिए 3048 बीएलओ की ड्यूटियां तय की है। इन बीएलओ के ऊपर 237 सुपरवाइजर लगाए गए हैं। पहले दिन बीएलओ ने 4500 परिवार व 11700 लोगों का सर्वेक्षण किया। इनमें 15 लोगों में कोविड के लक्षण मिले, उनकी जांच कराई गई है।
470 सर्विलांस टीमें लगाई गई
जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने बताया कि जिले में कोरोना को मात देने के लिए यह योजना शुरू की गई है। इस योजना में दो तरह की रणनीति तय कर काम किया जा रहा है। पहली रणनीति कंटेंटमेंट जोन के लिए तैयार की गई है। इसके तहत जिस क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव मामले आते हैं उन्हें कंटेंटमेंट जोन घोषित किया जाता है। ऐसे कंटेंटमेंट जोनों में 470 सर्विलांस टीमें लगाई गई हैं।
घर-घर जाएंगे स्वास्थ्यकर्मी
ये टीम घर-घर जाकर लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए जागरूक कर रही हैं। अब तक सर्विलांस टीम 37,374 परिवार व 1,81,885 व्यक्तियों का सर्वेक्षण कर चुकी हैं। इनमें 21 कोविड लक्षण वाले लोगों की जांच कराई गई है। डीएम ने बताया कि दूसरी रणनीति के अनुसार कंटेंटमेंट जोन के बाहर भी जागरूकता व सर्वेक्षण अभियान शुरू कराया गया है। कंटेंटमेंट से बाहरी क्षेत्र में बीएलओ की ड्यूटी लगाई गई हैं। उन्होंने बताया कि बीएलओ निर्वाचन से संबंधी कार्य में अनुभवी होते हैं।
बीएलओ को निर्देश दिए गए हैं कि वह घर-घर जाकर कोरोना के लक्षण जिसमें बुखार, बदन दर्द, खांसी, जुकाम, गला खराब व सांस लेने में दिक्कत समेत घर में रहने वाले लोगों की संख्या, घर में रहने वाले किसी व्यक्ति को बुखार, खांसी या सांस लेने में परेशानी का पता लगा रहे हैं। यदि किसी व्यक्ति में कोई लक्षण मिलता है तो इस संबंध में वह सूचना जिला आपदा नियंत्रण कक्ष व चिकित्सा विभाग को उपलब्ध कराएंगे।
286 निगरानी समितियों का गठन
इसके साथ ही फोन के माध्यम से भी कर्मचारी लोगों से संपर्क कर रहे हैं, इस काम में 461 सर्विलांस टीम प्रतिदिन सुबह सात बजे से अपना काम शुरू कर रही हैं। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही नगर निगम, नगर पालिकाएं, नगर पंचायत, जीडीए समेत अन्य विभाग अपने वाहनों के माध्यम से भी लोगों को जागरूक कर रहे हैं। डीएम ने बतया कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशासन ने 161 निगरानी समितियां और शहरी क्षेत्र में 286 निगरानी समितियों का गठन किया है, यह समितियां अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों कोरोना से बचाव के लिए जागरूक कर रही हैं।