Coronavirus Ghaziabad: जिले में कोरोना वायरस के 20 नए मामले, जानें नोएडा और हापुड़ का हाल
देश में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस मामलों के बीच आपके लिए अपने जिले की स्थिति के बारे में जानकारी होना बेहद जरुरी है।
गाजियाबाद, जेएनएन। देश में तेजी से कोरोना वायरस मामलों की संख्या में इजाफा हो रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, देश में अब कोरोना वायरस मामलों की संख्या दो लाख का आंकड़ा पार कर गई है। इसी बीच जाने गाजियाबाद, नोएडा और हापुड़ में कोरना की क्या स्थिति
Ghaziabad, Noida and Hapur coronavirus update
- कोरोना के मामले भले ही तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है। दरअसल, गाजियाबाद में कोरोना के एक्टिव केस के मुकाबले स्वस्थ होने वालों की संख्या दोगुना से भी अधिक है। शुक्रवार को गाजियाबाद में कोरोना के 20 नए केस आए। वहीं इतने ही लोग शुक्रवार को स्वस्थ भी हुए और वहीं 271 लोग कोरोना को मात देकर घर पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। वहीं शुक्रवार को एक्टिव केस की संख्या 118 ही थी।
- अनलॉक-1 में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। बृहस्पतिवार को नोएडा में 22 नए कोरोना के मरीज मिले हैं, इससे जिले में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 543 हो गया है। ठीक होने वालों की संख्या 348 है।
संदिग्ध को निजी अस्पताल करना होगा क्वारंटाइन
सेक्टर-39 स्थित मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में बृहस्पतिवार को सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी की अध्यक्षता में निजी अस्पताल संचालकों व जिले के सभी कोविड-19 लैब प्रभारी के साथ बैठक हुई। लैब प्रभारियों को कोविड-19 के तहत बनी गाइडलाइन से अवगत कराया गया। उन्होंने बताया कि जिले में अब निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमण की जांच होने पर संदिग्ध मरीजों को क्वारंटाइन अस्पताल को ही कराना होगा।
आइसीएमआर के मानकों के अनुसार लैब को सैंपल सेंटर बनाना होगा। इसके बिना नमूनों की जांच नहीं की जा सकेगी। इसका उल्लंघन करने पर कार्रवाई की भी बात कही गई है। लैब संचालकों को निर्देशित किया गया है कि आइसीएमआर से मान्यता प्राप्त लैब ही नमूनों की जांच करेंगी। नमूने किसी भी स्थान पर नहीं लिया जा सकता है। इसके लिए सैंपल सेंटर बनाना होगा। सरकारी लैब में जांच की स्थिति में स्वास्थ्य विभाग संदिग्ध मरीजों को क्वारंटाइन कराता है। इसके लिए निश्शुल्क व्यवस्था है। वहीं होटलों में भी क्वारंटाइन करने की व्यवस्था है।
इसके लिए राशि ली जाती है। सभी अस्पताल और लैब को जांच के लिए आइसीएमआर के मानकों को मानना होगा। जांच के बाद बच्चे, गर्भवती, और वृद्ध ही होम क्वारंटाइन किए जा सकते हैं। अन्य संदिग्ध मरीजों को क्वारंटाइन में रखना होगा। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें घर भेजा जा सकेगा। क्वारंटाइन करने की जिम्मेदारी निजी अस्पताल या लैब की होगी। इस व्यवस्था के बिना निजी लैब नमूनों की जांच नहीं कर पाएंगे।
हापुड़ में लगातार बढ़ रहा है कोरोना वायरस का ग्राफ
हापुड़ में कोरोना वायरस के मरीजों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। पांच और मरीजों में बुधवार को कोरोना की पुष्टि हुई है। इनमें से एक मरीज में कोरोना की पुष्टि निजी लैब ने की है। जिसके कारण अभी मरीज को जनपद के रिकॉर्ड में दर्ज नहीं किया गया है। जनपद में कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या को देख प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। चार और मरीजों को मिला कर अब जनपद में 153 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है। वहीं सात मरीजों ने कोरोना से जंग जीत ली है। जनपद के स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 86 हो गई है।