जानिए- कैसे 2 घंटे से भी कम समय में कर सकेंगे दिल्ली से UP-उत्तराखंड का सफर
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने हिंडन एयरपोर्ट को आठ अक्टूबर को एयरफोर्स डे के दिन शुरू करने का निर्णय लिया है। पहली उड़ान पिथौरागढ़ के लिए मिलेगी।
गाजियाबाद [सौरभ पांडेय]। दिल्ली से सटे गाजियाबाद के हिंडन से उत्तराखंड जाने वाले लोगों का सफर छोटे प्लेन में ही हो सकेगा। पिथौरागढ़ के साथ ही अब एयरपोर्ट अथॉरिटी ने देहरादून के लिए भी यहां से उड़ान देने निर्णय का लिया है।
एयर हेरिटेज एविएशन कंपनी के छोटे विमान ही उड़ाए जाएंगे
गौरतलब है कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने हिंडन एयरपोर्ट को आठ अक्टूबर को एयरफोर्स डे के दिन शुरू करने का निर्णय लिया है। पहली उड़ान पिथौरागढ़ के लिए मिलेगी। अधिकारियों का कहना है कि पहली उड़ान नौ सीटर प्लेन में होगी, लेकिन अब साफ हो गया है कि पिथौरागढ़ के साथ देहरादून के लिए भी हिंडन से फ्लाइट मिल सकेगी।
उत्तराखंड में पंतनगर के लिए शुरू हो सकती है उड़ान
यह भी जानकारी सामने आ रही है कि भविष्य में पंतनगर के लिए भी उड़ान शुरू की जा सकती है। एयरपोर्ट शुरू होने के साथ ही पिथौरागढ़ और दोनों शहरों के लिए उड़ान उपलब्ध रहेगी। दोनों शहरों के लिए किराया भी 2500 रुपये ही रहने की उम्मीद है।
छोटे रनवे के चलते नहीं उड़ सकेंगे बड़े प्लेन
एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों ने बताया कि उत्तराखंड में जितनी भी हवाई पट्टियां हैं वह सब सामान्य से छोटी हैं। इसे देखते हुए वहां फ्लाइट उड़ाने का जिम्मा एयर हेरिटेज को दिया गया है। यह कंपनी इन छोटे रनवे पर छोटे हवाई जहाज पहले से उड़ाती आ रही है। हिंडन से भी यही कंपनी नौ सीटर प्लेन उड़ाएगी। हालांकि बाद में देहरादून के लिए दूसरी कंपनी को भी सौ सीटर प्लेन उड़ाने की अनुमति दी जा सकती है।
पिथौरागढ़ में भी करीब छह माह बाद शुरू होंगी उड़ान
एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों के अनुसार पिथौरागढ़ का नैनी-सैनी एयरपोर्ट वर्तमान में बंद है। आखिरी उड़ान 23 मार्च को हुई थी जिसमें एक प्लेन का दरवाजा उड़ान के बीच ही खुल गया था। इसके बाद से एयरपोर्ट से उड़ान बंद कर दी गई थीं। ऐसे में अब यह करीब छह माह बाद अक्टूबर में ही दोबारा शुरू हो सकेंगीं।
यात्रियों की तादाद बढ़ी तो उड़ेगा 18 सीटर प्लेन
एयरपोर्ट अथॉरिटी के अनुसार फिलहाल यात्रियों की संख्या अधिक रहने की उम्मीद नहीं है। खासतौर पर पिथौरागढ़ के लिए। भविष्य में अगर यात्रियों की संख्या बढ़ती है, तो 18 सीटर विमान उड़ाने पर भी विचार किया जा सकता है। हालांकि देहरादून के लिए दिल्ली से पहले ही विमान सुविधा मिल रही है। ऐसे में हिंडन से बड़ा विमान उड़ने की संभावना कम है।