Delhi Meerut Expressway Open: फिलहाल दिल्ली से मेरठ तक टोल फ्री है सफर, अब तक 5 लाख लोग उठा चुके हैं लुत्फ
Delhi Meerut Expressway Open सफर के दौरान कोई सेल्फी ले रहा है तो कोई किनारे पर गाड़ी खड़े करके फोटो खिंचवा रहा है। एनएचएआइ की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के खुलने के बाद से अब तक चार दिन में 4 लाख 47 हजार वाहनों का आवागमन हुआ है।
नई दिल्ली/गाजियाबाद [मदन पांचाल]। Delhi Meerut Expressway Open: 'गाड़ी जांदी ए छलांगा मार दी...। यह गीत गाते-गुनगुनाते वाहन चालक अब दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर खूब फर्राटा भर रहे हैं। दिल्ली से मेरठ तक तकरीबन एक घंटे के सफर के दौरान कोई सेल्फी ले रहा है तो कोई किनारे पर गाड़ी खड़े करके फोटो खिंचवा रहा है। एनएचएआइ की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के खुलने के बाद से अब तक चार दिन में 4 लाख 47 हजार वाहनों का आवागमन हुआ है। पहले दिन जहां दो लाख से अधिक वाहनों का आना जाना हुआ, वहीं पर दो दिन वाहनों की संख्या में कमी आई। बताया जा रहा है कि सोमवार तक 5 लाख लोग दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर सफर का लुत्फ उठा चुके हैं।
एनएचएआइ के अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली- एनसीआर के सबसे अधिक वाहन चालकों ने इस एक्सप्रेस-वे पर संडे मनाया। टोल फ्री होने के चलते फेमिली टूर पर अनेक लोगों ने एक्सप्रेस-वे पर आनंद लिया। इसी का परिणाम रहा ही रविवार को वाहनों की संख्या करीब 90 हजार पर पहुंच गई।
ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर (एएनपीआर) आधारित टोल प्लाजा की रिपोर्ट में बताया गया है कि चार अप्रैल तक 4,47,053 वाहनों की नंबर प्लेट ट्रेस हुईं हैं। डासना से पहले बनाए गए टोल प्लाजा का कंट्रोल रूम निजामुद्दीन, अक्षरधाम, यूपी गेट और मेरठ से आने-जाने वाले हर वाहन का डाटा एकत्र कर रहा है।
तिथि वाहनों की संख्या
- 1 अप्रैल 2,17,620
- 2 अप्रैल 72,288
- 3 अप्रैल 67,267
- 4 अप्रैल 89,878
मुदित गर्ग (परियोजना निदेशक,एनएचएआइ) के मुताबिक, ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर (एएनपीआर) की रिपोर्ट में पता चला है कि एक अप्रैल से चार अप्रैल तक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर 4 लाख 47 हजार वाहनों ने भरा फर्राटा भरा है। रविवार को सबसे अधिक वाहनों का आवागमन हुआ है। धीरे-धीरे वाहनों की संख्या बढ़ रही है। टोल की दरें तय करने को लेकर वार्ता चल रही है। फिलहाल टोल फ्री है।
बता दें कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर एक अप्रैल से बिना टोल दिए फर्राटा भर रहे हैं। इसके चालू होने से दिल्ली के साथ उत्तर प्रदेश के दर्जनभर जिलों और उत्तराखंड के लोगों को भी फायदा होगा।