UP: युवती ने इमारत की 11वीं मंजिल से लगाई छलांग, मौत; दिल्ली के अस्पताल से चल रहा था इलाज
जानकारी मिली है कि युवती मानसिक रूप से विक्षिप्त थी और उसने अचानक ही इमारत की 11 वीं मंजिल से छलांग लगा दी।
गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेस के गाजियाबाद जिले में एक युवती ने सोसायटी की 11वीं मंजिल से छलांग लगाकर अपनी जान दे दी। जानकारी मिली है कि युवती मानसिक रूप से विक्षिप्त थी और उसने अचानक ही इमारत की 11 वीं मंजिल से छलांग लगा दी। परिजन लोगों की मदद से उसे अस्पताल लेकर गए जहां पर जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
पूरा मामला लोनी स्थित टीला मोड़ थाना क्षेत्र का है। यहां की ऑक्सी होम्स सोसायटी में 11वीं मंजिल से कूदकर युवती ने आत्महत्या की है। परिजनों ने खुद बताया है कि वह मानसिक रूप से विक्षप्त थी और उसने खुद ही यह कदम उठाया है।
दिल्ली के अस्पताल में चल रहा था इलाज
परिजनों ने पुलिस को जानकारी दी कि युवती का दिल्ली के सरिता विहार में स्थित अपोलो अस्पताल में कई सालों से उसका इलाज चल रहा था।
आखिर क्यों लोग करते हैं आत्महत्या
आधुनिक जीवनशैली और दौड़-भाग की जिंदगी में लोगों ने खुद ही तनाव को गले लगा लिया है। लोग समय का बहाना बनाकर अपने तनाव को दूर करने का प्रयास तक नहीं करते हैं। वहीं, पारिवारिक बिखराव, धोखेबाजी, और अकेलापन आखिरकार लोगों को सीजोफ्रेनिया की चपेट में ले लेता है। वहीं, जागरूकता के अभाव के अभाव में लोग इसके इलाज का प्रयास भी नहीं करते हैं। ज्यादातर लोग अवसाद को छिपाते हैं और एक दिन यही अवसाद जीवन के अंत का कारण बन जाताा है। एक आकड़ा बताता है कि देश में तकरीबन 20 करोड़ लोग सिजोफ्रेनिया से चपेट में हैं।
तनाव: आत्महत्या के पीछे सबसे बड़ी वजह है तनाव। जीवन में मनचाही चीज हासिल नहीं कर पाने के चलते भी लोग तनाव में चले जाते हैं और एक दिन आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठा लेते हैं।
अवसाद: आत्महत्या जैसे घातक कदम उठाने में मनुष्य का अवसाद में जाना प्रमुख वजह है। ज्यादातर लोग अवसाद के चलते ही आत्महत्या कर लेते हैं।