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गाजियाबाद इलेक्ट्रिक लोको शेड ने बनाया 300वां रेल इंजन, नार्दर्न रेलवे के जनरल मैनेजर ने किया लोकार्पण

विद्युत लोको शेड में तैयार हुए 300वें रेल इंजन (लोको) का उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक (जीएम) आशुतोष गंगल ने शुक्रवार को लोकार्पण किया। उन्नत तकनीक हेड आन जेनरेशन पर तैयार किए गए लोको की गति 140 किमी प्रति घंटा है।

By Pradeep ChauhanEdited By: Published: Fri, 22 Oct 2021 04:47 PM (IST)Updated: Fri, 22 Oct 2021 05:48 PM (IST)
गाजियाबाद इलेक्ट्रिक लोको शेड ने बनाया 300वां रेल इंजन, नार्दर्न रेलवे के जनरल मैनेजर ने किया लोकार्पण
जीएम के जंक्शन पहुंचने पर क्षेत्राधिकारी साक्षी तोमर ने पौधा देकर स्वागत किया

गाजियाबाद [आयुष गंगवार]। विद्युत लोको शेड में तैयार हुए 300वें रेल इंजन (लोको) का उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक (जीएम) आशुतोष गंगल ने शुक्रवार को लोकार्पण किया। उन्नत तकनीक हेड आन जेनरेशन पर तैयार किए गए लोको की गति 140 किमी प्रति घंटा है। जीएम ने वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता मनीष प्रताप सिंह और उनकी टीम को बधाई देते हुए अच्छा काम करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने लोको तैयार करने के लिए दो टेस्टिंग यूनिट का भी उद्घाटन किया। जीएम शुक्रवार को गाजियाबाद जंक्शन के वार्षिक निरीक्षण पर आए थे।

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सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है।

जीएम के जंक्शन पहुंचने पर क्षेत्राधिकारी साक्षी तोमर ने पौधा देकर स्वागत किया। वह छह घंटे से अधिक समय तक स्टेशन पर रुके और स्टेशन, यार्ड, माल गोदाम, विद्युत लोको शेड व ईएमयू कार शेड का निरीक्षण किया। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है, जिसके लिए निर्देश दिए हैं। नार्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन की मैकेनिकल शाखा के पदाधिकारियों ने प्लेटफार्म-3 पर पहुंचकर जीएम को निजीकरण के विरोध और पुरानी पेंशन स्कीम की बहाली समेत कई मांगों को लेकर ज्ञापन दिया।

निरीक्षण के दौरान मंडल रेल प्रबंधक डिंपी गर्ग, अपर मंडल रेल प्रबंधक एके यादव, आरपीएफ के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त (कोआर्डिनेशन) अपूर्व अग्निहोत्री, वरिष्ठ पीआरओ आरके राणा, सहायक सुरक्षा आयुक्त एनएम वशिष्ठ और स्टेशन अधीक्षक कुलदीप त्यागी, मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक जितेंद्र दुबे, सुशील शर्मा समेत सभी विभागों के प्रमुख अधिकारी मौजूद रहे। जीएम ने अधिकारियों के साथ डिस्पेंसरी और रेलवे वर्कशाप में पीपल, सहजन व जामुन के पौधे लगाए और अधिकारियों से इनका ख्याल रखने को कहा।

चौथे ट्रैक के लिए करना होगा इंतजार: यात्री ट्रेनों के साथ मालगाड़ी को समय से चलाने के लिए गाजियाबाद से प्रयागराज के रूट पर दादरी तक चौथे रेलवे ट्रैक (लाइन) को बिछाने का अधिकांश काम पूरा हो चुका है, लेकिन इस पर ट्रेन चलाने के लिए फिलहाल करीब दो साल तक इंतजार करना पड़ सकता है। गाजियाबाद से दादरी के बीच लाइन बिछाने में काफी परेशानियां हैं। बिजलीघर के साथ मुरादाबाद की लाइन को भी शिफ्ट करना होगा। गाजियाबाद से प्रयागराज के बीच तीन लाइन हैं।

वहां से दो लाइन पर ट्रेन गाजियाबाद आती हैं, लेकिन यहां से रवाना होने वाली ट्रेनों के लिए एक ही लाइन है। इसीलिए चौथी लाइन बिछाई जा रही है। जीएम ने कहा कि 8-9 किमी के बीच के दायरे में लाइन बिछाने की कवायद शुरू हो गई है। फिजिबिलिटी चेक कर इसकी योजना बनाएंगे। उन्होंने कहा कि निजी कंपनी से गाजियाबाद जंक्शन के पुनरुद्धार संबंधी योजना के दस्तावेज लेकर योजना को अंतिम रूप दे रहे हैं। जंक्शन की पुरानी इमारत ऐतिहासिक धरोहर है, जो बनी रहेगी।


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