गाजियाबाद में उधार का पैसा चुकाने के लिए बन गया लुटेरा, पढ़िए दिलचस्प कहानी
पुलिस अधीक्षक नगर द्वितीय गाजियाबाद ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि लुटेरे की पहचान टिंकू निवासी देहरा थाना मसूरी गाजियाबाद के रूप में हुई है। पूछताछ में पता चला है कि उसने गिरोह के सरगना बिरजू निवासी लोनी से बेटी के जन्म होने पर 25 हजार रुपये उधार लिए थे।
साहिबाबाद [अवनीश मिश्र ]। पुलिस ने सोमवार को करहैड़ा कट के पास से शातिर लुटेरे को दबोचा है। उसके कब्जे से पांच हजार रुपये, लूट में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, तमंचा व कारतूस बरामद हुआ है। उसने उधारी चुकाने के लिए गिरोह के सरगना और मामा व ममेरे भाई के साथ मिलकर अगस्त में लोनी रोड औद्योगिक क्षेत्र में कारोबारी से लूट की थी। पुलिस अन्य तीनों आरोपितों की तलाश कर रही है।
पुलिस अधीक्षक नगर द्वितीय गाजियाबाद ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि लुटेरे की पहचान टिंकू निवासी देहरा थाना मसूरी गाजियाबाद के रूप में हुई है। पूछताछ में पता चला है कि उसने गिरोह के सरगना बिरजू निवासी लोनी से बेटी के जन्म होने पर 25 हजार रुपये उधार लिए थे। उसके मामा सबोध और ममेरे भाई रेशू (सबोध का बेटा) ने भी बिरजू से रुपये उधार लिए थे।
वह तीनों उधार नहीं चुका पा रहे थे। इस पर बिरजू ने उनसे लूट करने को कहा। योजना के तहत चार अगस्त की शाम चारों अपाचे और स्पलेंडर मोटरसाइकिल से साहिबाबाद थाना क्षेत्र स्थित लोनी रोड औद्योगिक क्षेत्र पहुंचे। यहां मोपेड सवार कारोबारी राम बहादुर यादव व उनके दोस्त चंदन की आंखों में मिर्च पाउडर डाल दिया। राम बहादुर से करीब दो लाख रुपये और दो लाख की सिगरेट लूट ली। विरोध करने पर बट से वार करके चंदन का सिर फोड़ दिया। चारों भागकर लोनी में छिप गए।
10 हजार मिला था हिस्सा : पुलिस क्षेत्राधिकारी साहिबाबाद आलोक दुबे ने बताया कि बिरजू ने टिंकू, सबोध और रेशू को मात्र 10-10 हजार रुपये दिए थे। शेष धनराशि स्वयं हजम कर गया। उन तीनों की तलाश की जा रही है। गिरोह का आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है।
फिजूलखर्ची ने बनाया अपराधी : साहिबाबाद थाना प्रभारी निरीक्षक नागेंद्र चौबे ने बताया कि छठीं पास टिंकू ने फिजूलखर्ची के चक्कर में बिरजू से उधार रुपये लिए। कमाई न होने के कारण उसे चुका नहीं पाया और अपराधी बन गया। उन्होंने कहा कि उसके बारे में अन्य जानकारियां भी जुटाई जा रही हैं। हो सकता है कि वह पहले भी जेल जा चुका हो।