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गाजियाबाद में एटीएम हैक कर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, सरगना समेत पांच गिरफ्तार

साइबर सेल ने एटीएम हैक करके रुपये निकालने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने सरगना सहित पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से एटीएम हैक करने के यंत्र कार मोटरसाइकिल आदि बरामद किया है।

By Pradeep ChauhanEdited By: Published: Tue, 30 Nov 2021 03:21 PM (IST)Updated: Tue, 30 Nov 2021 03:21 PM (IST)
गाजियाबाद में एटीएम हैक कर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, सरगना समेत पांच गिरफ्तार
गिरोह का सरगना शाहनवाज व कमल ने बीसीए की पढ़ाई की है।

गाजियाबाद/ साहिबाबाद [अवनीश मिश्र]। साइबर सेल ने देशभर में एटीएम हैक करके रुपये निकालने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। गिरोह के सरगना सहित पांच सदस्य दबोचे गए हैं। उनके कब्जे से एटीएम हैक करने के उपकरण, वाहन आदि बरामद हुए हैं। पुलिस अधीक्षक नगर द्वितीय गाजियाबाद ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि 13 जुलाई को इंदिरापुरम के न्याय खंड-एक स्थित एक्सिस बैंक के एटीएम को हैक करके करीब सात लाख रुपये की निकासी हुई थी। हिताची पेमेंट सर्विस की के प्रबंधक हयात अली की शिकायत पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके जांच शुरू की गई।

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स्थानीय पुलिस के साथ साइबर सेल की टीम भी लगाई गई। मंगलवार को मंगल चौक के पास इस वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह के सरगना सहित पांच सदस्याें को गिरफ्तार कर लिया गया। उनकी पहचान ठाकुरगंज किशनगंज बिहार के सरगना शाहनवाज, मंडोली दिल्ली के सगीर, मुस्तफाबाद दिल्ली के मेहराज, गोकुलपुरी दिल्ली के मोहम्मद उमर और प्रेम नगर र्क्ली नाका मुंबई के जमीर शेख के रूप में हुई। उनके चार साथी कमल, शहजाद, जैद व वाजिद फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है।

बीसीए पास शाहनवाज ने बनाया गिरोह : साइबर सेल प्रभारी पुलिस उपाधीक्षक अभय कुमार मिश्र ने बताया कि शाहनवाज गिरोह का सरगना है। उसने बीसीए की पढ़ाई की है। बीसीए पास कमल को मिलाकर उसने एटीएम हैक करके रुपये निकालने का गिरोह बनाया। शाहनवाज, कमल और 11वीं पास जमीर एटीएम की विंडो को पैन ड्राइव लगाकर जैकपाट आइएसओ साफ्टवेयर डालकर हैक कर लेते थे। विकर एप्लीकेशन का उपयोग करके कोडिंग करते थे। एटीएम में मेहराज, शहजाद, जैद, मोहम्मद उमर, वाजिद व सगीर को भेजते थे। उन्हें कोडिंग देकर एटीएम से सारा रुपये निकलवा लेते थे।

कई प्रदेशों में किया वारदात : अभय कुमार मिश्र ने बताया कि यह गिरोह पूरे देश में सक्रिय था। पूछताछ में पता चला कि इन्होंने दिल्ली-एनसीआर, जयपुर, मुंबई, उत्तराखंड, कोलकाता, कानपुर सहित अन्य स्थानों पर एटीएम हैक करके रुपये निकाले हैं। वर्ष-2015 में यह गिरोह उत्तराखंड के रुड़की से रंगेहाथ पकड़ा गया था। वर्ष-2016 में जमानत पर छूटने के बाद से पूरे देश में दोबारा सक्रिय हुए थे। गाजियाबाद में इंदिरापुरम, नंदग्राम, कवि नगर, टीला मोड़, विजय नगर व मोदी नगर थाना क्षेत्र में वारदात को अंजाम दिया था।

आनलाइन खरीदते थे उपकरण : पुलिस की पूछताछ में आया है कि गिरोह के सदस्य आनलाइन शापिंग साइट से एटीएम हैक करने वाले उपकरण, चाबी आदि खरीदते थे।

सर्विलांस की है जानकारी : आरोपितों को सर्विलांस की काफी जानकारी है। इस कारण घटना को अंजाम देने निकलते समय अपना मोबाइल फ्लाइट मोड पर लगा देते थे। इससे सर्विलांस की जरिये पकड़ में नहीं आ रहे थे। पुलिस ने उन्हें पकड़ने के लिए चार दर्जन टोल प्लाजा की सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली। उसके बाद उन्हें दबोचा।

शातिर वाहन चोर है सगीर : गिरोह का सदस्य सगीर शातिर वाहन चोर है। वह वर्ष-2009 से वाहन चोरी कर रहा है। उसके खिलाफ 30 मुकदमे दर्ज हैं। वह गिरोह को कार चोरी करके देता था। उसी कार से सभी वारदात को अंजाम देते थे।

बरामद हुए सामान : आरोपितों के पास से 10 मोबाइल, सिम कार्ड, टाटा सफारी कार, इकोस्पोर्ट कार, बुलेट मोटरसाइिकल, 16 एटीएम कार्ड, लैपटाप, चार मोहर, छह पैनड्राइव, चार मेमोरी कार्ड, दो एनआरएफ, दो हार्ड डिस्क, दो रैम, वाइफाइ कीबोर्ड, एटीएम स्कीमर, यूसबी हब, हार्ड डिस्क केबल आदि बरामद हुआ है। बता दें कि इस गिरोह को पूर्व में छोड़ने के एवज में गौतमबुद्धनगर पुलिस पर लाखों रुपये व क्रेटा कार लेने का आरोप लगा है। गौतमबुद्धनगर पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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