Farmers Protest: किसानों का ट्रैक्टर मार्च आज, NH-9 और इस्टर्न पेरिफेरल-वे की ओर जाने से बचें
बृहस्पतिवार को किसान यूपी गेेट से पलवल तक ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। इसके चलते एनएच नौ (NH-9) समेत जिले के अन्य मार्गों पर जाम लगने की आशंका है। यदि संभव हो तो एनएच नौ की ओर जाने से बचें। किसानों का ट्रैक्टर मार्च सुबह नौ बजे से शुरू होगा।
गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। Farmers tractor march: यूपी गेट पर किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) बुधवार को भी जारी रहा। बृहस्पतिवार को किसान यूपी गेेट से पलवल तक ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। इसके चलते एनएच नौ (NH-9) समेत जिले के अन्य मार्गों पर जाम लगने की आशंका है। यदि संभव हो तो एनएच नौ की ओर जाने से बचें। किसानों का ट्रैक्टर मार्च सुबह नौ बजे से शुरू होगा।
कहां- कहां से गुजरेगा किसानों का ट्रैक्टर मार्च
यह मार्च यूपी गेट से शुरू होकर एनएच नौ पर छिजारसी, अकबरपुर-बहरामपुर, विजयनगर, एबीईएस कट, लालकुआं, बम्हैटा, डासना से होते हुए इस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर जाएगा। इसके बाद वह कासना पहुंचेंगे और यहां अन्य किसान उनके साथ जुड़ेंगे। फिर मार्च पलवल के लिए कूच करेेगा। दोपहर बाद पलवल से ट्रैक्टर मार्च वापस यूपी गेट पहुंचेगा। ऐसे में एनएच नौ के साथ इस्टर्न पेरिफेरल-वे पर भी जाम लगना तय माना जा रहा है।
मंच से ट्रैक्टर मार्च की रूपरेखा तैयार की गई
बुधवार को मंच से ट्रैक्टर मार्च की रूपरेखा तैयार की गई है। किसान नेता जगतार सिंह वाजवा ने मंच से किसानों को संबोधित करते हुए युवाओं व किसानों से मार्च शांतिपूर्ण तरीके से निकालने की अपील की। उन्होंने कहा कि मार्च तय लेन चलेगा, कोई भी ट्रैक्टर को ओवरटेक नहीं करेगा, इसके साथ ही ट्रैक्टर से स्टंट नहीं किया जाएगा। मार्च की देखरेख के लिए सात सदस्यीय समिति गठित कर दी गई है।
सात सदस्यों की निगरानी में निकलेगा किसानों का ट्रैक्टर मार्च
मार्च की पूरी व्यवस्था इन सात सदस्यों की निगरानी में होगी। यह सात सदस्य गुरूदयाल सिंह, जितेंद्र सिंह, जगजीत सिंह, गुरूलाल सिंह, नवाब सिंह, गुरुप्रताप सिंह व अवतार सिंह हैैं। किसानों को निर्देश दिए गए हैैं कि वह इनके निर्देशन में ही पूरा मार्च निकालेंगे।बता दें कि किसानों ने सरकार के नए कृषि कानून के विरोध में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों की मांग है कि सरकार इन तीनों कानूनों को रद करे। इसके लिए कई स्तर की वार्ता सरकार के साथ हो चुकी है मगर नतीजा सिफर ही रहा है।
आठ तारीख को है सरकार से वार्ता
वहीं, कृषि कानूनों को रद करवाने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच 8 जनवरी को प्रस्तावित वार्ता को लेकर हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा ने ज्यादा उम्मीद न होने की बात कही है। बता दें कि सरकार से बातचीत से पहले किसान सड़कों पर शक्ति प्रदर्शन करेंगे। बुधवार को टीकरी बार्डर पर प्रेसवार्ता में मोर्चे से जुड़े किसान संगठनों ने साफ कहा कि सरकार के रवैये को देखते हुए अब आंदोलन तेज किया जाएगा। किसानों ने 26 जनवरी को हर घर और हर गांव से किसानों और ट्रैक्टरों का दिल्ली कूच करने का एलान किया।
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