देश के करोड़ों उपभोक्ताओं के लिए बड़ी खबर, बिना ओटीपी बैंक कस्टमर केयर से नहीं हो पाएगी बातचीत
बैंक व बीमा कंपनियां उपभोक्ताओं से अब इलेक्ट्रॉनिक वायस रिस्पांस सिस्टम (आइवीआरएस) के जरिये ही कॉल किया करेंगी। दरअसल भविष्य में कॉल आने से पहले उपभोक्ता के पंजीकृत मोबाइल फोन पर ओटीपी आएगा। इससे फ्रॉड रोकने में मदद मिलेगी।
गाजियाबाद [हसीन शाह]। साइबर ठगी से बचने के लिए अब बैंक व बीमा कंपनियां उपभोक्ताओं से इलेक्ट्रॉनिक वायस रिस्पांस सिस्टम (आइवीआरएस) के जरिये ही कॉल करेंगी। कॉल आने से पहले उपभोक्ता के पंजीकृत मोबाइल फोन पर ओटीपी आएगा। यदि बिना ओटीपी कस्टमर केयर से कॉल आती है तो वह किसी ठग की कॉल होगी। कुछ दिन पहले ट्राई ने इस पर ट्रायल किया था, जो सफल रहा है। अब दूर संचार मंत्रलय के निर्देश पर इस व्यवस्था को शुरू करने से पहले एडवांस लेवल टेलीकाम ट्रेनिंग सेंटर (एएलटीटीसी) पर बुधवार को भारत समेत छह देशों के इंजीनियरों को प्रशिक्षण दिया गया। जनवरी तक इस व्यवस्था के शुरू होने की उम्मीद है।
रुकेगी उपभोक्ताओं से धोखाधड़ी
अभी बैंक से ज्यादातर कॉल बिना आइवीआरएस के आती हैं। साइबर अपराधी बैंक कर्मचारी बनकर कॉल कर उपभोक्ता से खाता संबंधी जानकारी लेकर ठगी कर लेते हैं। इनसे बचने के लिए दक्षिण-पूर्व एशिया के सबसे बड़े एडवांस लेवल टेलीकाम ट्रेनिंग सेंटर में बृहस्पतिवार को प्रधान महाप्रबंधक सुभाष चंद व सहायक निदेशक कृष्णा कुमार यादव ने मंगोलिया, मलेशिया, अफगानिस्तान, भूटान, बांग्लादेश और कंबोडिया सरकार के इंजीनियरों को इस संबंध में ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया।
दूरसंचार मंत्रालय ने एएलटीटीसी को प्रशिक्षण के लिए अधिकृत किया है। यहां से प्रशिक्षण लेने के बाद इन देशों के इंजीनियर भी अपने यहां इस व्यवस्था को शुरू कराकर बैंक उपभोक्ताओं को सुरक्षित कर सकेंगे। एएलटीटीसी अधिकारियों के अनुसार उपभोक्ताओं को जागरूक किया जाएगा कि वह बिना ओटीपी वाले नंबर से आने वाली कॉल को रिसीव न करें। सहायक निदेशक कृष्णा कुमार यादव ने बताया कि कोई भी नई तकनीक को शुरू करने से पहले भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) नेशनल टेलीकाम पालिसी (एनटीपी) बनाता है, इस संबंध में अभी नियम नहीं बनाया गया है। ऐसे में यह व्यवस्था अभी शुरू नहीं हुई है। जनवरी तक इसके शुरू होने की उम्मीद है।
ठगों से ऐसे बचें
- याद रखें, बैंक कभी भी उपभोक्ता से खाते की जानकारी नहीं मांगता है।
- फर्जी कॉल आने पर तुरंत साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराएं।
- किसी भी अपरिचित व्यक्ति द्वारा भेजे गए लिंक को क्लिक न करें।
- किसी भी अपरिचित व्यक्ति को मोबाइल पर आए ओटीपी न बताएं।
- अपरिचित व्यक्ति को अपने ई-वॉलेट की कोई भी जानकारी न दें।
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