Ban on Chinese App: वीडियो मेकरों ने कहा- जवानों की शहादत से ज्यादा नहीं है टिकटॉक पर फेमस होना
चायनीज ऐप बैन होने के बाद कई युवाओं ने कहा कि जवानों की शहादत से ज्यादा टिकटॉक पर फेमस होना कोई मायने नहीं रखता।
गाजियाबाद [शाहनवाज अली]। भारत-चीन के बीच सीमा पर विवाद के बाद से विभिन्न सामाजिक, व्यापारिक संगठन चाइनीज वस्तुओं व मोबाइल ऐप्स के बहिष्कार की मुहिम चलाए हुए हैं। सोशल मीडिया के साथ ही लोगों ने चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर चीन के राष्ट्रपति का पुतला फूंकने के साथ ही चाइनीज सामान भी चौराहे पर रखकर दहन किया। अब लोकप्रिय शॉर्ट वीडियो मेकिंग ऐप टिकटॉक ऐप के अलावा यूसी ब्राउजर, शेयरइट, कैमस्कैनर, एमआइ कम्युनिटी, वी-चैट समेत 59 चाइनीज ऐप को सरकार ने बैन किया है। ऐसे में टिकटॉक इस्तेमाल कर रहे युवाओं ने मिली-जुली प्रतिक्रियाएं दी हैं।
देशहित में बेहतर कदम
कुछ ने इसे देशहित में बेहतर निर्णय बताया है, तो कुछ ने इसके बैन करने के साथ ही चाइनीज वस्तुओं पर भी सरकार से बैन लगाने की मांग की। उनका कहना है कि जवानों की शहादत से ज्यादा टिकटॉक पर फेमस होना कोई मायने नहीं रखता। चीन की हरसंभव तरीके से कमर तोड़ने की अपील की जा रही है। वहीं, कुछ टिकटॉक स्टार अपने फैन फालोवर को यूट्यूब पर सब्सक्राइब करने की अपील करते दिख रहे हैं। जानते हैं टिकटॉक पर शॉर्ट वीडियाे बनाने वाले कुछ युवाओं की राय।
चीन का हर क्षेत्र में बायकाट जरूरी
सरकार ने यह अच्छा कदम उठाया है। टिकटॉक चाइनीज ऐप है और चीन ने हमारे जवानों के साथ जो धोखे से हमला कर शहीद किया है। इसका हर क्षेत्र में बदला लिया जाना चाहिए। भले ही टिकटॉक पर हम लोग कितने भी फेमस हों, लेकिन जवानों की शहादत के आगे यह मायने नहीं रखते। चीन का हर क्षेत्र में बायकाट होना जरूरी है। सरकार और ज्यादा सख्त कदम उठाए।
यशवंत सिंह, टिकटॉक वीडियो मेकर
चीन हमारा दुश्मन
मेरे हजारों की संख्या में टिकटॉक फॉलोवर हैं, लेकिन यह चाइनीज ऐप है और चीन हमारे दुश्मन की तरह है। उसको जहां तक संभव हो सके नुकसान पहुंचाया जाना चाहिए। टिकटॉक बैन करने के सरकार के फैसले का स्वागत करता हूं। भारत को भी ऐसी ऐप बनानी चाहिए ताकि दूसरे देश के लोग भी इसका इस्तेमाल करें और हम दूसरे देश में भी चाइना को टक्कर दे सकें।
अभिषेक चौहान, टिकटॉक वीडियो मेकर
सरकार ने उठाया अच्छा कदम
टिकटॉक, लाइकी समेत चाइनीज ऐप पर बैन लगाकर सरकार ने अच्छा किया है। सरकार को चाहिए कि वह इसे सख्ती से लागू करे। टिकटॉक स्टार को चाहिए कि वह खुद इसका इस्तेमाल न करें और लोगों को अपनी वीडियो के माध्यम से जागरूक करते हुए चाइनीज ऐप व सामान के बहिष्कार को लेकर चलाए जा रहे निजी स्तर पर अभियान में भी भागीदार बनाएं।
रंजीत कुमार, टिकटॉक वीडियो मेकर
फालोवर जाने का गम नहीं, सरकार को दिया समर्थन
टिकटॉक पर काफी समय तक वीडियो बनाकर सक्रिय रहा हूं। 30 हजार से अधिक फालोवर रहे, लेकिन भारत सरकार के इस फैसले का स्वागत करता हूं। इससे समय की खराबी के साथ कोई इनकम नहीं है। इस पर पहले भी बैन लगाया गया था, लेकिन इस बार लगने वाले इस बैन को कभी खोलना नहीं चाहिए। इसके कंटेंट में भी खराबी के साथ अश्लीलता बढ़ी है।
ऋषभ मलिक, टिकटॉक वीडियो मेकर
सोशल मीडिया पर होने लगी खिंचाई
टिकटॉक बैन होने पर काम पर लौटे कलाकार शीर्षक से एक फोटो डाला गया है, जिसमें शॉर्ट व शर्ट पहने एक लड़की चूल्हे के सामने रोटियां बेलते हुए दिखाई दे रही है। बता दें कि टिकटॉक ने हर उम्र, वर्ग, अमीर, गरीब और शहर व देहात का फर्क खत्म कर दिया था। इसमें हर कोई अपनी प्रतिभा का दिल खोलकर प्रदर्शन कर रहा था। कोई डांस, एक्टिंग, लिप्सिंग व कॉमेडी। इसमें कोई टीम बनाकर तो कोई अकेले ही शॉर्ट वीडियो मेकर था।
व्यापारियों ने निर्णय का किया समर्थन
महानगर उद्योग व्यापार मंडल ने भारत सरकार के टिकटॉक समेत 59 चाइनीज ऐप को बैन करने के फैसले पर हर्ष जताया है। व्यापारियों ने कहा कि चीन के साथ सीमा पर ही नहीं हर मोर्चे पर लड़ाई लड़ी जाएगी। सरकार चीन के खिलाफ जो भी कार्यवाही करेगी उसके लिए व्यापारी समाज हर समय तैयार है। ब्रिज मोहन सिंघल, गोपीचंद, अशोक चावला, सुनील गोयल, पवन शर्मा, राजदेव त्यागी, वसीम अली आदि शामिल थे। वहीं, राज्यसभा सदस्य प्रतिनिधि एवं व्यापारी नेता देवेंद्र हितकारी ने कहा कि भारत सरकार ने अभूतपूर्व निर्णय लेते हुए 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाक़र बड़ा संदेश दिया है। सभी व्यापारी, संस्थाओं व संगठन के पदाधिकारी प्रधानमंत्री के एतिहासिक निर्णय का स्वागत करते हैं। सरकार चीन के विरोध में जो भी कार्यवाही करेगा व्यापार कंधे से कंधा मिलाकर साथ देंगे।