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नोएडा और गाजियाबाद के लाखों लोगों के लिए बुरी खबर, हो सकती है पानी की दिक्कत

Water Crisis In Noida and Ghaziabad गंगनहर में सिल्ट आ जाने से सिद्धार्थ विहार व प्रताप विहार स्थित गंगाजल प्लांट को बंद कर दिया गया है। प्लांट में जमा पानी की आपूर्ति की जा रही है। सोमवार से नोएडा और ट्रांस हिंडन में गंगाजल की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है।

By Jp YadavEdited By: Published: Mon, 21 Jun 2021 09:44 AM (IST)Updated: Mon, 21 Jun 2021 09:44 AM (IST)
नोएडा और गाजियाबाद के लाखों लोगों के लिए बुरी खबर, हो सकती है पानी की दिक्कत
नोएडा और गाजियाबाद के लाखों लोगों के लिए बुरी खबर, पानी की दिक्कत के लिए रहें तैयार

गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। गंगनहर में सिल्ट आ जाने के कारण सिद्धार्थ विहार व प्रताप विहार स्थित गंगाजल प्लांट को बंद कर दिया गया है। प्लांट में जमा पानी की आपूर्ति की जा रही है। सोमवार से नोएडा और ट्रांस हिंडन में गंगाजल की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है। ट्रांस हिंडन में नलकूप से जीडीए व नगर निगम सिर्फ सुबह के वक्त ही पानी की आपूर्ति करेगा।

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प्रताप विहार गंगाजल प्लांट के परियोजना अधिकारी शुभेंद्र चौधरी ने बताया कि गंग नहर से पानी प्लांट में नहीं आ रहा था। पहले से जो पानी था उसकी शनिवार और रविवार को आपूर्ति की गई। अब प्रताप विहार व सिद्धार्थ विहार प्लांट में पानी खत्म होने वाला है। सोमवार से नोएडा और ट्रांस ¨हडन के इंदिरापुरम, वसुंधरा, वैशाली, कौशांबी डेल्टा कालोनी में गंगाजल की आपूर्ति बंद हो सकती है। पत्र लिखकर नगर निगम व जीडीए को इससे अवगत करा दिया गया है।

जीडीए के अधिशासी अभियंता एके चौधरी व निगम के अवर अभियंता सोमेंद्र तोमर का कहना है कि गंगाजल आपूर्ति बंद होने पर नलकूप से पानी की आपूर्ति की जाएगी। सुबह सात से नौ बजे तक पानी की आपूर्ति की जाएगी।

गाजियाबाद में डार्क जोन में पहुंचा तीन ब्लॉकों का भू-जल स्तर

दिल्ली से सटे गाजियाबाद जिले के चार ब्लॉक में से तीन लोनी, रजापुर और भोजपुर में भू-जल स्तर काफी नीचे पहुंच गया है। जिस वजह से तीनों ब्लॉक को डार्क जोन में रखा गया है। इस बार मानसून आने से पहले इन तीनों ब्लॉक में भू-जल स्तर में सुधार के लिए अधिकारियों ने वर्षा जल संचयन की योजना बनाई है।

बताया जा रहा है कि गंगनहर के करीब होने के कारण मुरादनगर ही डार्क जोन से बाहर है, वहां भू-जल स्तर की श्रेणी सबसे बेहतर है। भू-जल संरक्षण के लिए तालाबों का जीर्णोद्धार कराया जाएगा। जिन तालाबों को कब्जा किया जा चुका है, उनको कब्जा मुक्त कराने की तैयारी की गई है। इसके लिए प्रशासन और पंचायत राज विभाग के अधिकारी आपस में समन्वय कर कार्य करेंगे। तीनों ब्लॉक में जितने सरकारी भवन बने हैं, उनके रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम पर कार्य शुरू कराया जा रहा है। इसके लिए ब्लाक स्तर पर कार्य शुरू करने के निर्देश जारी किए गए हैं।

जिला पंचायत राज अधिकारी अनिल त्रिपाठी ने बताया कि बारिश के पानी को संचय करने के लिए योजनाएं बनाई गई हैं।


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