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UP Viral Video Dispute: ट्विटर के बाद Facebook पर भी शिकंजा कसने की तैयारी में गाजियाबाद पुलिस

UP Viral Video Dispute स्थानीय पुलिस का कहना है कि फेसबुक ने ट्विटर इंडिया की तरह ही फैक्ट चेक किए बिना भ्रामक वीडियो प्रसारित किया ऐसे में उस पर भी मामला बनता है। इस मामले में फेसबुक के खिलाफ भी मामला दर्ज किया जा सकता है।

By Jp YadavEdited By: Published: Thu, 17 Jun 2021 02:12 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jun 2021 02:25 PM (IST)
UP Viral Video Dispute: ट्विटर के बाद Facebook पर भी शिकंजा कसने की तैयारी में गाजियाबाद पुलिस
UP Viral Video Dispute: ट्वीटर के बाद Facebook पर भी शिकंजा कसने की तैयारी में गाजियाबाद पुलिस

नई दिल्ली/गाजियाबाद [सौरभ पांडेय]। दिल्ली से सटे गाजियाबाद के लोनी इलाके में एक बुजुर्ग की पिटाई और दाढ़ी काटने के मामले में ट्विटर इंडिया के बाद इंटरनेट मीडिया नेटवर्किंग साइट फेसबुक भी कटघरे में है। जागरण संवाददाता से मिली जानकारी के मुताबिक, गाजियाबाद पुलिस Twitter इंडिया के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद Facebook पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। गाजियाबाद पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, समाजवादी पार्टी के नेता उम्मेद पहलवान पर दर्ज FIR में फेसबुक को भी शामिल किया गया है। इस बाबत स्थानीय पुलिस का कहना है कि फेसबुक ने फैक्ट चेक किए बिना भ्रामक वीडियो प्रसारित किया, ऐसे में उस पर भी मामला बनता है। इस मामले में फेसबुक के खिलाफ भी मामला दर्ज किया जा सकता है।

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वीडियो वायरल करने के मामले में नोटिस भेजने की तैयारी

गौरतलब है कि गाजियाबाद के लोनी इलाके में पिटाई का वीडियो वायरल करने के मामले में पुलिस ने ट्विटर की दो कंपनियों समेत नौ लोगों के खिलाफ नोटिस जारी करने की तैयारी कर रही है। ट्विटर की दोनों कंपनियों को जल्द ही नोटिस जारी किया जाएगा। साथ ही अन्य आराेपित जिनमें कांग्रेस नेता और पत्रकार शामिल हैं, नोटिस भेजने के लिए उनके भी पते निकलवाए जा रहे हैं।

उधर, पिटाई के पांच आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस अन्य आरोपितों की तलाश में भी दबिश दे रही है। जल्द ही उनकी गिरफ्तारी का दावा किया जा रहा है।

गाजियाबाद पुलिस की जांच में सामने आया है कि लोनी में बुजुर्ग अब्दुल समद की पिटाई और दाढ़ी काटने के वीडियो को एक गहरी साजिश के तहत वायरल किया गया था। पुलिस और खुफिया विभाग की जांच में यह भी पता चला है कि जिले का माहौल बिगाड़ने के लिए कुछ शरारती और शातिर किस्म के लोगों ने इंटरनेट मीडिया का सहारा लिया।

यह भी कहा जा रहा है कि अगले साल होने जा रहे 2022 विधानसभा चुनाव से पहले माहौल बिगाड़ने के लिए इस वीडियो को वायरल किया गया। वीडियो वायरल करने वाले नेताओं और पत्रकारों के खिलाफ साक्ष्य एकत्रित कर पुलिस जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करेगी। पुलिस ने ट्विटर की दो कंपनियों के अलावा जिन सात लोगों पर माहौल खराब करने के आरोप में एफआइआर दर्ज की है उनमें कांग्रेस नेता सलमान निजामी, शमा मोहम्मद और मसकूर उस्मानी, पत्रकार मोहम्मद जुबैर, राणा अय्यूब व सबा नकवी शामिल हैं। साथ ही आनलाइन पोर्टल द वायर का नाम भी एफआइआर में शामिल है। 


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