मेयर का आरोप नगर निगम में 80 करोड़ की टैक्स चोरी, कमिश्नर ने मांगा जवाब
नगर निगम में पार्षद हाउस टैक्स चोरी का मुद्दा उठाते रहे हैं। इस बार आरोप मेयर ने लगाया है। उनका आरोप है कि निगम क्षेत्र में अधिकारियों की आंखों के सामने करीब
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : नगर निगम में पार्षद हाउस टैक्स चोरी का मुद्दा उठाते रहे हैं। इस बार आरोप मेयर ने लगाया है। उनका आरोप है कि निगम क्षेत्र में अधिकारियों की आंखों के सामने करीब 80 करोड़ की टैक्स चोरी हो रही है। बार-बार संज्ञान में लाने के बावजूद अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे। ऐसा क्यों? उन्होंने मुख्यमंत्री तक मामले की शिकायत की है। कमिश्नर को भी शिकायत भेजी गई थी। इस मामले में कमिश्नर ने नगर आयुक्त से जवाब तलब कर लिया है।
मेयर आशा शर्मा का आरोप है कि हाउस टैक्स का आकलन जानबूझ कर ठीक से नहीं किया जा रहा है। कम कारपेट एरिया पर टैक्स का आकलन किया जा रहा है। औद्योगिक और वाणिज्यिक इकाइयों से आवासीय दर पर हाउस टैक्स लिया जा रहा है। यही नहीं जिन आवासों में व्यवसायिक गतिविधियां संचालित हो रही हैं, उन पर व्यवसायिक दर से हाउस टैक्स लागू नहीं किया जा रहा। मेयर ने बताया कि पिछले दिनों बोर्ड बैठक में साउथ साइड औद्योगिक क्षेत्र, शालीमार गार्डन, राजनगर एक्सटेंशन समेत कई स्थानों पर हाउस टैक्स की गड़बड़ी और चोरी के बारे में बताया गया था। उन मामलों में जांच के लिए कहा गया था। उसके बावजूद जांच नहीं की गई। इन मामलों को रफा-दफा करने का प्रयास चलता रहा। उनका कहना है कि सही तरह से टैक्स वसूली की जाए तो निगम की आय बढ़ेगी। उससे विकास कार्य तेजी से होंगे।
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मेयर कर चुकी हैं नगर आयुक्त के स्थानांतरण की मांग
मेयर के नजरिए से शहर स्वच्छता के मामले में पिछड़ रहा है। वह आरोप लगा चुकी हैं कि नगर आयुक्त शहर की सफाई पर ध्यान नहीं दे रहे। 50 फीसद कॉलोनियों में कूड़ा कलेक्शन गाड़ियां समय से नहीं पहुंच रहीं। उन्होंने मुख्यमंत्री से नगर आयुक्त का स्थानांतरण करने की मांग की थी। इस मामले में भी कमिश्नर ने नगर आयुक्त से कहा है कि वह शहर में सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए समुचित कार्रवाई करें।
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इस मामले में मुझे बहुत ज्यादा कुछ नहीं कहना। तुलनात्मक अध्ययन किया जाए तो मेरे कार्यकाल में टैक्स वसूली बढ़ी है। कमिश्नर ने जवाब मांगा है। उसका उत्तर भेजा जा रहा है।
- दिनेश चंद्र, नगर आयुक्त