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भारत बंद पर ताकत का एहसास कराने की तैयारी

धनंजय वर्मा साहिबाबाद कृषि कानून के विरोध में यूपी गेट पर चल रहे किसान आंदोलन की आवाज

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Dec 2020 08:21 PM (IST)Updated: Sat, 05 Dec 2020 08:21 PM (IST)
भारत बंद पर ताकत का एहसास कराने की तैयारी
भारत बंद पर ताकत का एहसास कराने की तैयारी

धनंजय वर्मा, साहिबाबाद:

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कृषि कानून के विरोध में यूपी गेट पर चल रहे किसान आंदोलन की आवाज फेसबुक, यू-ट्यूब आदि के जरिये बुलंद हो रही है। भारतीय किसान यूनियन के फेसबुक पेज सहित कई किसान आंदोलन को देशभर में लाइव कर रहे हैं। आठ दिसंबर को भारत बंद को सफल बनाने में समर्थन मांग रहे हैं, जिससे सरकार को किसान अपनी ताकत का एहसास करा सकें।

यूपी गेट फ्लाईओवर के ऊपर दिल्ली -मेरठ एक्सप्रेस-वे की गाजियाबाद से दिल्ली की ओर जाने वाली लेन पर शनिवार सुबह नौ बजे नाश्ता कर किसान धरने पर बैठ गए। इसके बाद देश भर के विभिन्न प्रांतों से पहुंचे किसान नेताओं ने जनसभा को संबोधित किया। शनिवार को किसान नेताओं ने सरकार पर दबाव बनाने के लिए देश भर के किसानों को सड़क पर उतरने और आंदोलन को समर्थन देने की बात पर जोर दिया। वहीं, आठ दिसंबर को भारत बंद के दौरान पूरे देश में आंदोलन के समर्थन के लिए अपील की जा रही है। किसानों के आंदोलन और रणनीति को युवा किसान फेसबुक, वाट्सएप, जूम, गूगल मीट, यू-ट्यूब समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मो के जरिये आनलाइन कर रहे हैं, जिससे देशभर के लोग किसान आंदोलन से जुड़कर समर्थन कर रहे हैं।

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अगली वार्ता से पहले ताकत एहसास कराने की तैयारी :

भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पहले ही ट्रांसपोर्टरों, विभिन्न संस्थाओं व किसानों से आंदोलन का समर्थन करने की मांग कर चुके हैं। शनिवार को किसानों के साथ हुई वार्ता विफल रही। अब नौ दिसंबर को अगली वार्ता होगी। इस वार्ता से पहले आठ दिसंबर को प्रस्तावित भारत बंद के दौरान किसान सरकार को अपनी ताकत का एहसास कराने के लिए प्रयास कर रहे हैं। फेसबुक, यू-ट्यूब व अन्य साइट के जरिये देश भर के लोगों से भारत बंद की अपील की जा रही है।

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हर गतिविधि को मोबाइल में कर रहे कैद :

किसान आंदोलन में पहुंचने वाले युवा किसान दिल्ली पुलिस की बैरिकेड व दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे के धरना स्थल पर पहुंचकर तस्वीरें खींचते और उसे फेसबुक व वाट्सएप पर जानने वालों को भेजते हैं। वहीं, युवा किसान सुबह से लेकर देर रात पुलिस व किसानों की हर गतिविधि को फेसबुक या यू-ट्यूब के जरिये लाइव करते हैं या वीडियो बनाकर अपलोड करते हैं। अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे किसान रात में ठंड के बीच ठिठुर रहे हैं। समस्याएं भी लोगों के सामने रखी जा रही हैं।


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