इंदिरापुरम के वोटरों ने रचा इतिहास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरी पर केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाकर इतिहास बना डाला तो इंदिरापुरम के वोटरों ने भी 2019 लोकसभा चुनाव को यादगार बना दिया। इंदिरापुरम की शिप्रा सनसिटी समेत अन्य सोसायटीज के वोटरों ने न सिर्फ मतदान के दिन बूथों पर अस्सी फीसद तक वोट डाले बल्कि ज्यादातर बूथों पर वोट भाजपा को पड़े। सूत्रों की मानें तो इंदिरापुरम में पड़े वोटों में से नब्बे फीसद तक वीके सिंह को वोट मिले हैं।
जागरण संवाददाता, इंदिरापुरम (गाजियाबाद): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दूसरी बार केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाकर इतिहास बना डाला तो इंदिरापुरम के वोटरों ने भी 2019 लोकसभा चुनाव को यादगार बना दिया। इंदिरापुरम की शिप्रा सनसिटी समेत अन्य सोसायटीज के वोटरों ने न सिर्फ मतदान के दिन बूथों पर अस्सी फीसद तक वोट डाले बल्कि ज्यादातर बूथों पर वोट भाजपा को पड़े। सूत्रों की मानें तो इंदिरापुरम में पड़े वोटों में सर्वाधिक जनरल वीके सिंह को मिले हैं।
आंकड़ों की मानें तो साल 2009 के लोकसभा चुनाव में इंदिरापुरम का वोटिग प्रतिशत महज 18 था। 2014 लोकसभा चुनाव से पूर्व प्रशासन ने कई जागरूकता अभियान चलाए और वोटरों को मतदान केंद्र तक लाने का प्रयास किया। इसके बावजूद इस चुनाव में इंदिरापुरम में महज 38 फीसद ही वोट पड़े। इसे देखते हुए शिप्रा सनसिटी सोसायटी के पार्षद संजय सिंह ने आरडब्ल्यूए के साथ मिलकर वोटिग प्रतिशत बढ़ाने की नई तरकीब निकाली। सोसायटी में एक माह पहले से ही एक कैंप लगाया गया। कैंप में इंदिरापुरम के लोग अपनी वोटर स्लिप ले सकते थे। मतदान से एक सप्ताह पूर्व इस कैंप में 24 घंटे काम होता था। इसका परिणाम यह आया कि सनराइज एकेडमी, डीपीएस अहिसा खंड और डीपीएस शक्ति खंड स्थित बूथ पर मतदान का आंकड़ा 80 फीसद तक पहुंच गया।
वीके सिंह को मिला सबसे अधिक लाभ : इंदिरापुरम के लोगों के लिए एनएच-नौ का जाम सबसे बड़ी समस्या थी। वीके सिंह के प्रयासों से पिछली सरकार के दौरान इसके चौड़ीकरण का काम शुरू हुआ। ऐसे में लोगों को उनसे सहानुभूति थी। डीपीएस शक्तिखंड जनपद का सबसे अधिक पोलिग वाला बूथ बना तभी यह साफ हो गया था कि वीके सिंह को इंदिरापुरम से बड़ी लीड मिल सकती है। सूत्रों की मानें तो डीपीएस शक्ति खंड, डीपीएस अहिसा खंड, सनराइज एकेडमी समेत अन्य बूथों पर भाजपा प्रत्याशी वीके सिंह को 90 फीसद तक वोट मिले हैं। यही कारण रहा कि साहिबाबाद विधानसभा से वीके सिंह ने गठबंधन प्रत्याशी पर करीब 2.60 लाख वोटों की बढ़त बना ली। साहिबाबाद विधानसभा में करीब 4.50 लाख वोट पड़े थे इनमें से करीब 3.40 लाख वोट भाजपा को मिले। एक माह तक चले कैंप से यह लाभ हुआ कि वोट प्रतिशत 2014 की अपेक्षा दो गुना से अधिक हो गया। विकास के नाम पर भाजपा ने वीके सिंह को वोट दिया और उनकी जीत ऐतिहासिक रही।
- संजय सिंह, पार्षद वार्ड 100
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