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विजयनगर में पानी बेचने को चल रहा जल माफिया का खेल

विजयनगर क्षेत्र में जल माफियाओं का खेल चल रहा है। ये अवैध बॉटलिग प्लांट संचालित कर रहे हैं। अपने बोतल बंद पानी को बेचने के लिए ये नगर निगम के नलकूपों के तार कटवा रहे हैं। ताकि इलाके में जल संकट पैदा हो जाए। फिर लोग प्यास बुझाने के लिए इनसे बोतल बंद पानी खरीदें। गर्मी के इस मौसम में अब तक इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 May 2019 08:05 PM (IST)Updated: Wed, 08 May 2019 08:05 PM (IST)
विजयनगर में पानी बेचने को चल रहा जल माफिया का खेल
विजयनगर में पानी बेचने को चल रहा जल माफिया का खेल

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : विजयनगर क्षेत्र में जल माफियों का खेल चल रहा है। ये अवैध बॉटलिग प्लांट संचालित कर रहे हैं। अपने बोतल बंद पानी को बेचने के लिए ये नगर निगम के नलकूपों के तार कटवा रहे हैं, ताकि, इलाके में जल संकट पैदा हो और लोग प्यास बुझाने के लिए इनसे बोतल बंद पानी खरीदें। गर्मी के इस मौसम में अब तक इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। प्लांट संचालक अपने कर्मचारियों से नलकूपों का तार कटवा रहे हैं। संकट पैदा करने के बाद 30 से 40 रुपये में बॉटल सप्लाई करते हैं। हाल में दो युवकों को नगर निगम ने रंगे हाथों पकड़ कर पुलिस के हवाले किया है। दोनों सीसीटीवी में कैद होने पर पड़े गए। ऐसे अवैध प्लांटों पर लगाम लगाने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की है। डीएम की अध्यक्षता वाली समिति को अवैध बॉटलिग प्लांट सील करने का अधिकार है, लेकिन, अधिकारी मौन हैं। इतने बड़े पैमाने पर पानी को बेचने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। धरती से निकाल रहे जल

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बोतल में पानी बेचने वाले धरती के नीचे से पानी निकाल रहे हैं। जबकि, भूगर्भ से पानी निकालने के लिए सेंट्रल ग्राउंड वाटर अथॉरिटी से मंजूरी लेना जरूरी होता है। किसी प्लांट संचालक के पास मंजूरी नहीं है। अकेले विजयनगर क्षेत्र में 40 से ज्यादा पानी के प्लांट लगे हुए हैं। गर्मी के मौसम में इन प्लांटों में भूगर्भ से बेहिसाब पानी निकाला जा रहा है। इस इलाके में किल्लत ज्यादा

पूरे शहर की तुलना में इस इलाके में पानी की किल्लत ज्यादा रहती है। हर साल यहां पानी के लिए मारामारी होती है। कई जगह पानी के लिए लंबी लाइनें लगती हैं। इस किल्लत को देखते हुए जल माफियाओं ने यहां पानी के बॉटलिग प्लांट लगा लिए। हालांकि, निगम ने पेयजल आपूर्ति के लिए संसाधन बढ़ाए हैं। जिससे पेयजल आपूर्ति दुरुस्त हुई थी। उसका नतीजा है कि बौखलाहट में जल माफिया नलकूपों की तार काटने की ओछी हरकत कर रहे हैं। एक दर्जन प्लांटों को नोटिस

इस क्षेत्र में सुंदरपुरी, माधोपुरा, विजयनगर सेक्टर-11, पुराना विजयनगर, संघर्ष कॉलोनी, आंबेडकर नगर समेत विभन्न स्थानों पर पानी के अवैध बॉटलिग प्लांट लगे हुए हैं। नगर निगम ने हाल में इनमें से एक दर्जन प्लांट संचालकों को नोटिस जारी किया है। साथ ही इसकी रिपोर्ट सेंट्रल ग्राउंड वाटर अथॉरिटी और डीएम को भेजी है। ताकि, इन पर कार्रवाई की जा सके। कार्रवाई करना निगम के अधिकार क्षेत्र में नहीं है। लोगों की परेशानी को देखते हुए नोटिस दिया है। निगम क्षेत्र में दो हजार से ज्यादा प्लांट

विजयनगर में मामला पकड़ में आने के बाद नगर आयुक्त ने सभी नलकूपों पर निगरानी बढ़ाने का निर्देश जारी किया है। नगर निगम सूत्रों की मानें तो पूरे शहर में दो हजार से ज्यादा पानी के अवैध बॉटलिग प्लांट हैं। जो जमीन से निकले पानी को बोतल में बंद कर घर-घर बेच रहे हैं। इससे मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। डीएम को पत्र भेज कर कार्रवाई करने की मांग की गई है। विजयनगर जोन में पानी के अवैध बॉटलिग प्लांट संचालित हो रहे हैं। कई प्लांट संचालकों को नोटिस दिया गया है। इसकी सूचना डीएम और सीजीडब्ल्यूए को भेजी गई है। सुंदरपुरी और माधोपुरा से दो युवक नगर निगम के नलकूपों के तार काटने के आरोप में पुलिस के हवाले किए गए हैं। आरोप है कि दोनों पानी बेचने वालों को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा करके क्षेत्र में जल संकट बढ़ाते थे।

- बीके सिंह, जीएम जल, नगर निगम

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