हिडन एलिवेटेड रोड पर भारी वाहनों को मिलेगी इजाजत, दुपहिया पर लगेगा प्रतिबंध
यूपी गेट से डासना के बीच एनएच-नौ की आठ लेन चालू होने के बाद हिडन एलिवेटेड रोड पर भारी वाहनों को चलने की इजाजत देने पर मंथन चल रहा है। साथ ही इस रोड पर मोटरसाइट चलाने पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की जा रही है। जीडीए अधिकारियों का मानना है कि भारी वाहनों के बीच दुपहिया वाहन चलाने की इजाजत लेना उचित नहीं होगा। इससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहेगी। इस प्रस्ताव पर अंतिम फैसला वीसी को लेना है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : यूपी गेट से डासना के बीच एनएच-नौ की आठ लेन चालू होने के बाद हिडन एलिवेटेड रोड पर भारी वाहनों को चलने की इजाजत देने पर मंथन चल रहा है। साथ ही इस रोड पर दुपहिया वाहन चलाने पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की जा रही है। जीडीए अधिकारियों का मानना है कि भारी वाहनों के बीच दुपहिया वाहन चलाने की इजाजत लेना उचित नहीं होगा। इससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहेगी। इस प्रस्ताव पर अंतिम फैसला वीसी को लेना है।
हिडन एलिवेटेड रोड का उद्घाटन मार्च 2018 में हुआ था। तब इस रोड को केवल छोटे चार पहिया वाहन और दुपहिया वाहनों के लिए खोला गया था। भारी वाहनों को इस पर चलने की इजाजत नहीं दी गई थी। बड़े वाहनों के प्रवेश को रोकने के लिए हाइट बैरियर लगाए गए थे। हालांकि, रोड की डिजाइनिग डबल-ए स्टैंडर्ड यानी हर तरह के भारी वाहन के लिए की गई है। जीडीए अधिकारियों ने बताया कि 27 अप्रैल को कमिश्नर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में एनएचएआइ ने मई अंत तक यूपी से डासना तक 15.5 किलोमीटर तक एनएच-9 की आठ लेन वाहनों के लिए खोलने का दावा किया था। बताया था कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का काम साथ-साथ चलता रहेगा। अधिकारियों का मानना है कि एनएच-नौ की आठों लेन खुलने के बाद मेरठ जाने वाले वाहनों इस रास्ते निकल जाएंगे। इससे मेरठ रोड पर दबाव कम हो जाएगा। ऐसे में मेरठ रोड आने के लिए यूपी गेट-राजनगर एक्सटेंशन हिडन एलिवेटेड रोड का उपयोग भी कम हो जाएगा। मंथन किया जा रहा है कि ऐसा होने पर एलिवेटेड रोड से हाइट बैरियर हटा दिया जाए। भारी वाहनों को चलने की इजाजत दे दी जाए। बताया कि ऐसा करने से पहले एनएच-नौ की आठ लेन खुलने के बाद कुछ दिन तक अध्ययन कराया जाएगा। जब पुष्टि हो जाएगी कि वाकई ज्यादातर ट्रैफिक डायवर्ट हो गया। तब भारी वाहनों को इजाजत दे दी जाएगी। इसके साथ ही दुपहिया वाहनों के एलिवेटेड रोड पर प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। सुरक्षा की ²ष्टि से ऐसा करना जरूरी होगी। बदलेगा रोटरी का डिजाइन
भारी वाहनों को इजाजत देने से पहले जीडीए को करहेड़ा रोटरी का डिजाइन बदलना होगा। सूत्रों की मानें तो रोटरी को छोटा करना पड़ेगा। वरना, एलिवेटेड रोड पर चढ़ते और उतरते वक्त जाम लगेगा। उससे इस रोड का उद्देश्य खत्म हो जाएगा। जीडीए के मुख्य अभियंता ने माना कि ऐसा करना जरूरी होगा। कितना छोटा किया जाएगा, यह पैमाइश के बाद स्पष्ट हो पाएगा।
विस्तार के बाद टोल लगेगा
टोल को लेकर मुख्य अभियंता ने साफ कर दिया कि एलिवेटेड रोड के डीएनडी विस्तार से पहले टोल नहीं लगाया जाएगा। विस्तार होने पर टोल की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने बताया कि टोल को लगाकर जीडीए कोई व्यवसायिक गतिविधि शुरू नहीं कर रहा। हिडन एलिवेटेड रोड को बनाने के लिए एनसीआर प्लानिग बोर्ड से 670 करोड़ रुपये लोन स्वीकृत हुआ था। जिसमें से 610 करोड़ रुपये लोन लिया जा चुका है। लोन को वापस करने के लिए टोल लगाना जरूरी है।
कैमरे रखेंगे नजर
इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) के तहत एलिवेटेड रोड पर पीटीजेड, नंबर प्लेट रिकॉग्निशन और स्पीड वॉयलेशन डिटेक्शन कैमरे लगाए जाएंगे। उससे तेज रफ्तार में दौड़ने वाहनों पर शिकंजा कसने में मदद मिलेगी। दुर्घटना होने पर ऑटो अलर्ट पुलिस को मिल जाएगा। चोरी, दुर्घटना और यातायात नियम तोड़ने के मामले में आरोपित को पकड़ने में मदद मिलेगी। ई-चालान संभव होगा।
एनएच-नौ की आठ लेन खुलने पर ज्यादातर ट्रैफिक सीधे निकलने का अनुमान है। उसके बाद एलिवेटेड रोड पर वाहनों का दबाव कम हो जाएगा। मंथन किया जा रहा है कि भारी वाहनों के लिए इस रोड को खोल दिया जाएगा। ऐसा किया जाएगा तो दुपहिया वाहनों का प्रवेश रोका जाएगा। ऐसा नहीं किया तो दुर्घटना की आशंका बनी रहेगी।
- विवेकानंद सिंह, मुख्य अभियंता, जीडीए