सबूत-गवाह सब किनारे, मौत के सौदागरों के वारे-न्यारे
सौरभ पांडेय साहिबाबाद कोरोना का कहर पूरे देश पर मौत बनकर टूट रहा है। इस महामार
सौरभ पांडेय, साहिबाबाद: कोरोना का कहर पूरे देश पर मौत बनकर टूट रहा है। इस महामारी के तांडव से जहां हर व्यक्ति दहशत में है वहीं कुछ लालची लोग लाशों पर भी रोटियां सेंकने से बाज नहीं आ रहे हैं। स्वास्थ्य संबंधी उपकरणों से लेकर दवाओं और कोरोना वैक्सीन तक की कालाबाजारी की जा रही है। सब जानते हुए भी प्रशासन मूकदर्शक बना है। लोग इसके खिलाफ आवाज तो उठा ही रहे हैं, साथ ही मौत के इन सौदागरों को पुलिस प्रशासन के हवाले भी कर रहे हैं। आलम यह है कि इसके बाद भी कालाबाजारी करने वालों को बिना चेतावनी के छोड़ा जा रहा है। इसे प्रशासन की लापरवाही कहें या अधिकारियों की मिलीभगत, लेकिन परिणाम जनता को ही भुगतना पड़ रहा है। बीते एक सप्ताह में दो बार ऐसा हुआ जब कालाबाजारी करने वाले पकड़े गए और उन्हें बिना कार्रवाई के ही छोड़ दिया गया। केस : एक
बीते शनिवार को इंदिरापुरम शिप्रा सनसिटी के एक फ्लैट में अवैध रूप से वैक्सीन लगाते हुए दो लोगों को पकड़ लिया गया। एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह ने टीम के साथ छापेमारी कर यह कार्रवाई की। टीका लगा रही महिला और एक युवक को पुलिस के हवाले कर दिया गया। जहां से दोनों को बिना चेतावनी के ही छोड़ दिया गया। हालांकि पुलिस जांच में यह सामने आया कि पकड़े गए युवक ने वैक्सीन की तीन वायल 4500 रुपये में खरीदी थीं। हालांकि वैक्सीन की कालाबाजारी की पुष्टि होने पर भी न तो वैक्सीन लगाने वालों पर कार्रवाई हुई और न ही पुलिस वैक्सीन बेचने वालों का सुराग लगा सकी। केस : दो
इंदिरापुरम में ही पिछले सप्ताह एक युवक ने पुलिस को सूचना दी कि मेडिकल स्टोर संचालक एक हजार रुपये कीमत की दवा दो हजार रुपये में बेच रहा था। पीड़ित युवक ने दुकानदार की रिकार्डिग की और पुलिस को सूचित किया। पुलिस को कालाबाजारी कर रहे दुकान संचालक की रिकार्डिग भी दी। पुलिस ने आरोपित मेडिकल स्टोर संचालक को हिरासत में तो लिया लेकिन बाद में छोड़ दिया। एसएचओ इंदिरापुरम ने बताया कि दोबारा गलती न करने की बात कहने पर मेडिकल स्टोर संचालक को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। हालांकि लोगों का कहना है कि स्टोर संचालक बीते कई दिन से दवाओं की कालाबाजारी कर रहा था। क्या कहते हैं अधिकारी:
एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह ने बताया कि मामलों की रिपोर्ट बनाकर स्वास्थ्य विभाग को भेजी गई है। आरोपितों के खिलाफ एफआइआर करवाने का जिम्मा स्वास्थ्य विभाग का है। स्वास्थ्य विभाग मामले में कार्रवाई करेगा। उधर, एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि दोनों मामलों में किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं दी गई। एडिशन सिटी मजिस्ट्रेट ने स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट सौंपी है। अगर स्वास्थ्य विभाग तहरीर देता है तो कार्रवाई की जाएगी। दवाओं की कालाबाजारी करने वालों की तलाश जारी है। सीएमओ एनके गुप्ता ने बताया कि मामले की रिपोर्ट मिलने के बाद जिला प्रतिरक्षण अधिकारी विश्राम सिंह को जांच सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।