जगह-जगह उड़ रही धूल, धड़ल्ले से चल रहे जेनरेटर
जागरण संवाददाता साहिबाबाद एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू है। प्रदूषण
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद :
एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू है। प्रदूषण के नियमों का पालन कराने के लिए देहात में प्रशासन सख्त दिख रहा है वहीं, शहर में घोर लापरवाही बरती जा रही है। इससे गाजियाबाद में प्रदूषण के स्तर में सुधार नहीं हो रहा रहा है। जगह-जगह सड़कों से धूल उड़ रही है। वहीं, खोड़ा में धड़ल्ले से खुलेआम जनरेटर चलाए जा रहे हैं।
सीआइएसएफ रोड की खोदाई कर भूमिगत पाइप लाइन डाली गई है। जगह-जगह मिट्टी का ढेर लगा है। पाइप लाइन डालने वाली कंपनी ने मिट्टी को ढका नहीं है। सड़क पर भी मिट्टी फैली है। वाहनों के गुजरते ही इतनी धूल उड़ती है कि राहगीरों का सांस लेना भी दूभर हो जाता है। सुबह और शाम में वाहनों का दबाव ज्यादा होता है। इस दौरान पानी का छिड़काव नहीं होता है। दोपहर में पानी का छिड़काव होता है। धूल उड़ने से सीआइएसएफ रोड के किनारे बसी सोसायटियों के लोग परेशान हैं। लोगों के घरों में धूल की एक परत जम गई है। दिव्यांश प्रथम सोसायटी के एओए अध्यक्ष कपिल त्यागी ने ट्वीट पर जीडीए से जल्द सड़क का निर्माण कराकर प्रदूषण और हादसे से राहत दिलाने की मांग की है। खोड़ा में चल रहे जेनरेटर:
ग्रेप लागू होने के बाद डीजल इंजन चलाने पर पूर्ण पाबंदी है। केवल लिफ्ट चलाने व मेडिकल कार्य के लिए ही डीजल जेनरेटर चलाए जा सकते हैं लेकिन खोड़ा में खुलेआम बोरिंग करने वाले जेनरेटर चल रहे हैं। आजाद विहार, वंदना एंक्लेव, मात्रिका विहार समेत करीब 20 से अधिक स्थानों पर बोरिग हो रही है। सभी स्थानों पर खुलेआम जेनरेटर चलाए जा रहे हैं। इसका धुआं लोगों के घरों में फैलता है। वंदना एंक्लेव निवासी प्रवीण का कहना है कि धुआं होने से लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। खोड़ा नगर पालिका परिषद के कर्मचारियों व अधिकारियों को जेनरेटर चलाए जाने की जानकारी है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। ऐसे में अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल भी उठ रहे हैं। खोड़ा नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी को निर्देश दिया गया है कि डीजल जेनरेटर न चलने पाए। जेनरेटर चल रहे हैं तो कार्रवाई होगी। सीआइएसएफ रोड पर धूल उड़ने पर बीते सप्ताह जल निगम पर 50 हजार का जुर्माना लगाया गया था। धूल उड़ने पर दोबारा जुर्माना लगाया जाएगा।
-उत्सव शर्मा, क्षेत्रीय अधिकारी उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड