नए साल में मिलेगी धोबीघाट आरओबी की सौगात
जागरण संवाददाता गाजियाबाद धोबीघाट आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) की सौगात नए साल 2022 में मिलेगी। यूपी में यह चुनावी साल है। सरकार की कोशिश है कि चुनाव से पहले हर हाल में आरओबी का निर्माण पूरा कर इसे जनता के लिए खोल दिया जाए। बुधवार को केंद्रीय राज्य मंत्री एवं स्थानीय सांसद वीके सिंह रेलवे स्टेशन पहुंचे और निर्माण कार्य का जायजा लिया।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: धोबीघाट आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) की सौगात नए साल 2022 में मिलेगी। यूपी में यह चुनावी साल है। सरकार की कोशिश है कि चुनाव से पहले हर हाल में आरओबी का निर्माण पूरा कर इसे जनता के लिए खोल दिया जाए। बुधवार को केंद्रीय राज्य मंत्री एवं स्थानीय सांसद वीके सिंह रेलवे स्टेशन पहुंचे और निर्माण कार्य का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को जल्द निर्माण पूरा करने का निर्देश दिया। इस दौरान भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अजय शर्मा व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष मयंक गोयल समेत रेलवे और कार्यदायी संस्था के अधिकारी मौजूद थे। कई बार बढ़ चुकी डेडलाइन :
आरओबी पर 76.5 मीटर लंबा पहला बो-स्ट्रिंग (धनुषाकार) गर्डर 16 जुलाई को दो चरण में लांच किया गया है। अब दूसरे गर्डर की तैयारी शुरू है। 24 जून, 2016 को तत्कालीन रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा व वीके सिंह ने आरओबी का शिलान्यास किया था। उस समय आरओबी के बनने की तिथि दिसंबर, 2017 तय हुई, पर टेंडर ही दिसंबर, 2016 में हुआ। तब से अब तक छह से अधिक बार डेडलाइन बढ़ चुकी है। रेलवे के इंजीनियरिग विभाग के अधिकारियों का कहना है कि एक गर्डर लांच करने में करीब चार माह का समय लगा। इतना ही समय दूसरे में भी लगेगा। ऐसे में अगले साल फरवरी-मार्च तक आरओबी का निर्माण पूरा होगा। आधे शहर को मिलेगी राहत : लाइनपार यानी विजयनगर क्षेत्र में जाने को गोशाला अंडरपास से जाना होता है। यहां पूरे दिन जाम रहता है और बड़े वाहन नहीं गुजर पाते। न्यू लिक रोड बनने से कुछ राहत मिली, लेकिन इसकी लंबाई ज्यादा है। धोबीघाट आरओबी विजयनगर की 50 से अधिक कालोनियों में रहने वाले करीब 10 लाख लोगों को मुख्य शहर से जोड़ेगा। इसकी लंबाई भी 686 मीटर है। शहरवासियों को भी विजयनगर जाने में राहत मिलेगी।