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आनलाइन कक्षाओं के आधार पर फीस निर्धारण की मांग

सभी स्कूल भी पिछले करीब सात माह से बंद हैं। इसके बाद भी निजी विद्यालयों द्वारा अभिभावकों पर पूरी फीस जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 31 Oct 2020 07:13 PM (IST)Updated: Sat, 31 Oct 2020 07:13 PM (IST)
आनलाइन कक्षाओं के आधार पर फीस निर्धारण की मांग
आनलाइन कक्षाओं के आधार पर फीस निर्धारण की मांग

जासं, गाजियाबाद : गाजियाबाद पैरेंट्स एसोसिएशन ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर तिमाही फीस माफी सहित जुलाई से आनलाइन कक्षाओं के आधार पर फीस निर्धारण की मांग की। इस संबंध में अभिभावक कई माह से मांग कर रहे हैं।

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एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा त्यागी ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के कारण पूरे देश में लाकडाउन होने की वजह से वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही तो लगभग सभी के लिए शून्य हो गई। इसकी वजह से अभिभावक अभी तक आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। सभी स्कूल भी पिछले करीब सात माह से बंद हैं। इसके बाद भी निजी विद्यालयों द्वारा अभिभावकों पर पूरी फीस जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है। सीमा त्यागी का कहना है कि जब विद्यालयों द्वारा बच्चों को स्कूल की सुविधाएं ही नहीं दी गई तो पूरी फीस वसूलना न्यायोचित नहीं है। गाजियाबाद पैरेंट्स एसोसिएशन द्वारा केंद्र सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार, मानव संसाधन विकास मंत्री, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को अनगिनत ज्ञापन दिए जा चुके हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री सहित अन्य को करीब दो लाख ट्वीट किए जा चुके हैं। प्रशासन द्वारा केवल आश्वासन दिया जाता है। अभिभावकों की मांग है कि लाकडाउन के दौरान की तिमाही फीस माफ की जाए। साथ ही जुलाई से आनलाइन कक्षाओं के आधार पर फीस का निर्धारण किया जाए।


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