दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे : लूप निर्माण का काम तेज पर एक महीने तक जाम से होगा जूझना
लूप बनने से वाहन चालकों का काफी समय बचेगा। लूप निर्माण का कार्य एक महीने में पूरा होने की संभावना है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के दूसरे चरण के तहत लालकुआं पर लूप का निर्माण कार्य तेज कर दिया गया है। इसके चलते बुलंदशहर से आने वाले ट्रैफिक का डायवर्जन कर दिया गया है। वाहनों को करीब डेढ़ किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करने के साथ ही घूमकर एक्सप्रेस-वे पर आना पड़ रहा है। लालकुआं पर वाहनों का सबसे अधिक आवागमन रहता है। सुबह से रात तक अनेक सवारियां यहां खड़ी होकर बसों का इंतजार करती रहती हैं। एनएचएआइ द्वारा लालकुआं पर ही एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की आवाजाही के लिए लूप का निर्माण कराया जा रहा है। बीस दिन पहले लालकुआं पर दादरी की ओर से आकर एनएच पर दिल्ली की तरफ मुड़ने वाली सड़क को लूप निर्माण कार्य के कारण बंद कर दिया गया था। वाहन जीटी रोड पर आइएमएस कालेज के सामने से यूटर्न लेकर एक्सप्रेस-वे पर चढ़कर वापस यूटर्न लेकर दिल्ली-नोएडा की तरफ जा रहे हैं। जीटी रोड पर वाहनों का दबाव ज्यादा होने और डायवर्जन की वजह से नागरिकों को लगातार जाम से जूझना पड़ रहा है। लूप बनने से वाहन चालकों का काफी समय बचेगा। लूप निर्माण का कार्य एक महीने में पूरा होने की संभावना है। धूल के चलते हो सकता है निर्माण कार्य बंद
बेशक एनएचएआइ द्वारा धूल को कम करने के लिए तीन एंटी स्माग गन लगा दी गई हैं और पानी का दिन-रात छिड़काव किया जा रहा है, लेकिन फिर भी धूल उड़ रही है। संभावना जताई जा रही है कि वायु प्रदूषण बढ़ने की वजह से कभी भी प्रशासन द्वारा एनएचएआइ का काम बंद कराया जा सकता है। पिछले साल भी काम बंद कराया गया था। सबसे अधिक धूल तिगरी कट, लालकुआं और एबीईएस कट पर उड़ रही है। वाहनों का आवागमन सुगम किए जाने के लिए लूप का निर्माण कराया जा रहा है। लालकुआं पर एक्सप्रेस-वे लूप का निर्माण होने से वाहनों के आने-जाने में सहूलियत होगी। लूप निर्माण कार्य करीब एक महीने तक चलेगा। एक दिसंबर तक निर्माण पूरा हो जाएगा। निर्माण पूरा होने पर ही लाल कुआं पर ट्रैफिक का डायवर्जन समाप्त होगा।
- मुदित गर्ग, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ