बेटी करती है चोरी, परिजनों ने किया घर ले जाने से इन्कार
जीआरपी को शनिवार देर शाम को पुराने रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर मिली ग्रेटर नोएडा निवासी 12 वर्षीय बच्ची को उसके परिजनों व गांव वालों ने घर ले जाने से इनकार कर दिया। बच्ची एक सप्ताह पहले अपनी मां को बुलंदशहर रेलवे स्टेशन पर धक्का देकर भागी थी। मां मेरठ मेडिकल में जिदगी और मौत की जंग लड़ रही है। परिजनों का आरोप है कि बच्ची पहले केवल घर पर ही चोरी करती थी मगर अब पूरे गांव वाले उसकी चोरी की हरकतों से परेशान हैं। लोग आए दिन उसकी शिकायत पुलिस से करते हैं। जीआरपी ने बच्ची को चाइल्ड लाइन भेज दिया है।
हसीन शाह, गाजियाबाद
जीआरपी को शनिवार देर शाम को पुराने रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर मिली ग्रेटर नोएडा निवासी 12 वर्षीय बच्ची को उसके परिजनों व गांव वालों ने घर ले जाने से इन्कार कर दिया। बच्ची एक सप्ताह पहले अपनी मां को बुलंदशहर रेलवे स्टेशन पर धक्का देकर भागी थी। मां मेरठ मेडिकल कालेज में जिदगी और मौत की जंग लड़ रही है। परिजनों का आरोप है कि बच्ची पहले केवल घर पर ही चोरी करती थी, मगर अब पूरे गांव वाले उसकी चोरी की हरकतों से परेशान हैं। लोग आए दिन उसकी शिकायत पुलिस से करते हैं। जीआरपी ने बच्ची को चाइल्ड लाइन भेज दिया है।
ग्रेटर नोएडा के एक गांव निवासी बच्ची के पिता किसान हैं। उनकी तीन बेटियां हैं। बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है। दूसरी 12 वर्षीय बेटी अपने माता-पिता के साथ गांव में ही रहती है। सबसे छोटी बेटी अपनी शादीशुदा बहन के पास रहती है। दूसरी बेटी ने दो साल पहले घर में चोरी करनी शुरू की थी। बच्ची के चाचा हरपाल ने पुलिस को बताया कि प्रारंभ में परिजन उसे चोरी करने पर डांट लगा देते थे। मगर इसके बाद उसने बाहर अन्य ग्रामीणों के घर पर भी चोरी करनी शुरू कर दी। वह कई-कई दिन के लिए घर से गायब हो जाती है। इससे परेशान होकर माता-पिता ने कई बार बच्ची की पिटाई भी की। इसके बावजूद भी बच्ची ने चोरी करनी नहीं छोड़ी। उसकी हरकतों से परेशान होकर मां की मानसिक हालत खराब हो गई। मां के साथ एक सप्ताह पहले बच्ची बुलंदशहर में एक रिश्तेदार के यहां गई थी। बुलंदशहर रेलवे स्टेशन पर मां ने किसी बात को लेकर उसे डांट दिया। बच्ची ने मां को प्लेटफार्म से रेलवे ट्रैक पर धक्का दे दिया और वहां से भाग गई। गंभीर हालत में मां को पुलिस ने बुलंदशहर जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसे मेरठ मेडिकल रेफर कर दिया गया। ज्यादा रक्तस्त्राव होने मां की हालत नाजुक बनी हुई है।
शनिवार शाम को बच्ची गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर जीआरपी को मिली। जीआरपी ने परिजनों को फोन कर बच्ची को ले जाने के लिए कहा। मगर परिजनों ने उसे घर ले जाने से साफ इन्कार कर दिया। पिता ने कहा कि वह अब अपनी बेटी को कभी घर नहीं लाना चाहते। उसकी पत्नी को डॉक्टरों ने खून चढ़ाने के लिए कहा है। खून नहीं मिलने उसकी जान जा सकती है।
बच्ची ने बेचा डेढ़ क्विटल गेहूं
परिजनों ने बताया कि बच्ची ने हाल में ही घर में रखा डेढ़ क्विटल गेहूं दस दिन में बेच दिया। वह थोड़ा-थोड़ा गेहूं घर से चोरी कर ले गई। हाल में वह घर छोड़कर गुरुग्राम चली गई थी। पिता ने पुलिस को बताया कि बच्ची की वजह से उन्हें रोज गांव वालों की खरी-खोटी सुनने को मिलती है।
बच्ची अपनी मां को रेलवे स्टेशन पर धक्का देकर भाग गई थी। पुलिस ने बच्ची के परिजनों से संपर्क किया, मगर उन्होंने बच्ची को घर ले जाने से इन्कार कर दिया है। परिजन बच्ची की हरकतों से परेशान हैं। पुलिस ने बच्ची को चाइल्ड लाइन भेज दिया है।
अशोक सिसौदिया, थाना प्रभारी, जीआरपी