कटआउट: बुजुर्ग सुंदर ने बदला पार्क का स्वरूप, रोज देते हैं पौधों को पानी
ट्रांस हिडन में ज्यादातर पार्क बदहाल हैं। इन पार्काें को सुंदर कैसै बनाया जा सकता है? इसकी राह दिल्ली के सरकारी स्कूल से सेवानिर्वत्त होने के बाद भी 75 साल के सुंदर स्वरूप सिघल दिखा रहे हैं। उन्होंने इसका उदाहरण देने के लिए खुद अपने घर के सामने स्थित अहिसा पार्क को तैयार किया है। जहां पर पहले गंदगी का अंबार और बेसहारा पशुओं का बसेरा रहता था। अब यहां पर हरियाली नजर आती है बच्चे खेलते हुए नजर आते हैं।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद: ट्रांस हिडन में ज्यादातर पार्क बदहाल हैं। इन पार्को को सुंदर कैसे बनाया जा सकता है? इसकी राह दिल्ली के सरकारी स्कूल से सेवानिवृत्त होने के बाद भी 75 साल के सुंदर स्वरूप सिघल दिखा रहे हैं। उन्होंने इसका उदाहरण देने के लिए खुद अपने घर के सामने स्थित अहिसा पार्क को तैयार किया है। जहां पर पहले गंदगी का अंबार और बेसहारा पशुओं का बसेरा रहता था। अब यहां पर हरियाली नजर आती है।
सुंदर स्वरूप सिंघल दिल्ली के शालीमार बाग स्थित राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय में रसायन विज्ञान पढ़ाते थे। उस वक्त ही पर्यावरण से उनका ऐसा लगाव हुआ कि पहले खुद विद्यार्थियों की तरह पर्यावरण के बारे में पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने विद्यार्थियों को भी पर्यावरण के प्रति जागरुक करते हुए पौधरोपण करने के लिए कहा। स्कूल में विद्यार्थियों से पौधे लगवाते और पौधों की देखरेख करने पर बच्चों को क्लास टेस्ट में पांच नंबर अतिरक्त नंबर देते थे। पार्क में लगाए डेढ़ सौ पौधे: सुंदर स्वरूप सिघल सेवानिवृत्त होने के बाद वसुंधरा सेक्टर-10 बी में रहने लगे। यहां घर के सामने ही स्थित अहिसा पार्क को बदहाल देख उसकी देखरेख का जिम्मा उठाया। नगर निगम के अधिकारियों को पत्र लिखकर पार्क की दशा सुधारने के लिए कई बार कहा। इसके बाद खुद इस पार्क में डेढ़ सौ से अधिक पौधे लगवाए। रोजाना इन पौधों को वह खुद पानी देते हैं। सोसायटी में रहने वाले लोगों की मदद से पार्क में कोई भी सुधार का कार्य होता है तो वह करवाते हैं। सुंदर का प्रयास देख नगर निगम ने बढ़ाए हाथ : पार्क की देखरेख करने में सुंदर स्वरूप सिंघल जुट गए तो उनके प्रयास को देख नगर निगम ने भी पार्क की सुंदरता में मदद के लिए उनकी ओर हाथ बढ़ाया। एक तरफ जहां ट्रांस हिडन के कई पार्क बदहाल हैं तो दूसरी तरफ अहिसा पार्क है, जो कि हरियाली और स्वच्छता के कारण आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहां पर नगर निगम की ओर से लीफ कंपोस्टिग यूनिट लगवाई गई है, जिसमें पार्क में लगे पेड़ों और पौधों को एकत्र किया जाता है।