शपथ ग्रहण में भीड़ से उड़ी कोविड प्रोटोकाल की धज्जियां
जागरण संवाददाता गाजियाबाद कोरोना की तीसरी लहर के अंदेशे के बीच हुए शपथ ग्रहण समार
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: कोरोना की तीसरी लहर के अंदेशे के बीच हुए शपथ ग्रहण समारोह में लोग महामारी को लेकर बेपरवाह दिखे। प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्था में भी चूक सामने आई। आधी अधूरी तैयारी के साथ शपथ दिलाई गई, जिसमें लोगों की संख्या के मुताबिक इंतजाम नहीं थे। आयोजन स्थल पर भीड़ इतनी थी कि शारीरिक दूरी खत्म हो गई। मंच पर भी कुर्सियां एक-दूसरे से सटाकर रखी गई थीं। शपथ ग्रहण के बाद जिपं अध्यक्ष के समर्थकों में फोटो खिचवाने के लिए होड़ मच गई। मंच संचालक ने बार-बार अपील की, लेकिन उसका असर नहीं हुआ।
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मास्क थे, लेकिन लगाए ही नहीं
प्रशासन ने प्रवेश द्वार पर एक व्यक्ति को सभी के हाथ सैनिटाइज कराने और एक व्यक्ति तलाशी लेने के लिए तैनात किया था। साथ ही मास्क भी रखे थे। शपथ में आने वाले लोगों ने मास्क ले तो लिए, लेकिन अंदर आते ही उतार दिए। जिपं अध्यक्ष और वार्ड सदस्यों के समर्थक की संख्या इतनी अधिक थी कि उनके बैठने के लिए कुर्सी कम पड़ गईं। बमुश्किल 100 लोगों के बैठने के इंतजाम थे और समारोह में करीब 300 लोग पहुंचे थे।
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जिपं सदस्यों की शपथ से पहले ही छोड़ा मंच समारोह के दौरान अव्यवस्था का हाल यह था कि जिपं अध्यक्ष को शपथ दिलाते ही जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने मंच छोड़ दिया। वह जिपं सदस्यों की शपथ पूरी होने तक नहीं रुके। डीएम के साथ महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा समेत मंच के आधे लोग आयोजन पूरा होने से पहले मंच से उतर गए।
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लचर रही सुरक्षा व्यवस्था शपथ ग्रहण समारोह को लेकर प्रशासन के साथ पुलिस की भी लापरवाही दिखी। यहां की सुरक्षा व्यवस्था भी लचर रही। कविनगर एसएचओ अजय कुमार दो चौकी प्रभारी व 4-5 सिपाहियों के साथ जिपं कार्यालय के बाहर ही खड़े रहे। आयोजन स्थल की ओर कोई पुलिसकर्मी नहीं झांका। इसी कारण अव्यवस्था बढ़ती गई।