गंगा यमुना हिडन अपार्टमेंट के अनुरक्षण शुल्क को लेकर विवाद
जासं गाजियाबाद सिद्धार्थ विहार स्थित गंगा यमुना हिडन अपार्टमेंट के आवंटियों ने उत्तर प्रदेश
जासं, गाजियाबाद : सिद्धार्थ विहार स्थित गंगा यमुना हिडन अपार्टमेंट के आवंटियों ने उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद पर खाली फ्लैटों का अनुरक्षण शुल्क न देने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि यूपी अपार्टमेंट एक्ट के तहत खाली पड़े फ्लैट जिनको बेचा नहीं गया, उसका अनुरक्षण शुल्क समानुपातिक रूप में विकासकर्ता को अदा करना होगा।
आवंटियों का कहना है कि उनसे 1.50 रुपये प्रति वर्ग फुट की दर से प्रति माह अनुरक्षण शुल्क लिया जा रहा है। इस अपार्टमेंट में 1292 फ्लैट हैं। जिसमे से 60 फीसद फ्लैट खाली हैं। इन फ्लैटों का अनुरक्षण शुल्क परिषद को जमा कराना चाहिए, जो नहीं किया जा रहा है। इस वजह से अपार्टमेंट का पूर्ण रखरखाव नहीं हो रहा है। कई सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद को यूपी अपार्टमेंट एक्ट का पालन करते हुए अनुरक्षण शुल्क देना चाहिए। इस पर उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद के अधिशासी अभियंता अतुल कुमार का कहना है कि आवंटियों ने दो साल से अनुरक्षण शुल्क का भुगतान नहीं किया है। यह मामला राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग में लंबित है। जिस पर टिप्पणी करना उचित नहीं है।