गुलधर से दुहाई के बीच शुरू होगा रैपिड रेल कॉरिडोर का निर्माण कार्य
दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर का निर्माण कार्य सबसे पहले गुलधर से दुहाई के बीच शुरू होगा। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) के अधिकारियों ने बताया कि 15 जून तक कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उसके लिए रणनीति बना ली गई है। एनसीआरटी के अधिकारियों ने बताया कि सिविल वर्क का ठेका मेरठ तिराहे से दुहाई के बीच दिया गया है। गुलधरन से दुहाई के बीच सड़क का चौड़ीकरण हाईटेंशन लाइन को अंडरग्राउंड करने काम व अन्य तरह की यूटिलिटी शिफ्टिग का काम पूरा हो चुका है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर का निर्माण कार्य सबसे पहले गुलधर से दुहाई के बीच शुरू होगा। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) के अधिकारियों ने बताया कि 15 जून तक कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उसके लिए रणनीति बना ली गई है। एनसीआरटी के अधिकारियों ने बताया कि सिविल वर्क का ठेका मेरठ तिराहे से दुहाई के बीच दिया गया है। गुलधर से दुहाई के बीच सड़क का चौड़ीकरण, हाईटेंशन लाइन को अंडरग्राउंड करने काम व अन्य तरह की यूटिलिटी शिफ्टिग का काम पूरा हो चुका है। यहां निर्माण में कोई दिक्कत नहीं आएगी। इस कारण यहीं से पहले कार्य शुरू होगा, जबकि मेरठ तिराहे से गुलधर के बीच फ्लाईओवर बनाने का काम चल रहा है।
दिल्ली में सराय काले खां से शुरू होकर कौशांबी के रास्ते कॉरिडोर गाजियाबाद में प्रवेश करेगा। मदन मोहन मालवीय मार्ग के किनारे-किनारे साहिबाबाद तक बनेगा। रेलवे लाइन से इसे टर्न किया जाएगा। फिर कॉरिडोर रेलवे लाइन के साथ बनेगा। वसुंधरा के पास हिडन रेलवे पुल से मोड़ते हुए एलिवेटेड रोड के ऊपर से इसे जीटी रोड स्थित मेरठ तिराहे तक बनाया जाएगा। यहां से मेरठ रोड के बीचोंबीच कॉरिडोर मेरठ के मोदीपुरम तक बनाया जाएगा। 82.15 किलोमीटर का कॉरिडोर कई चरणों में बनाया जाएगा। 68.03 किलोमीटर एलिवेटेड कॉरिडोर बनेगा। जबकि, 14.12 किलोमीटर कॉरिडोर भूमिगत होगा। एनसीआरटीसी ने मेरठ तिराहे से दुहाई तक निर्माण का ठेका दे दिया है। उसमें भी पहले गुलधर से दुहाई के बीच नौ किलोमीटर हिस्से में सबसे पहले कॉरिडोर कर निर्माण कार्य कराया जाएगा।
कार्य शुरू करने से पहले हुए रूबरू
एनसीआरटीसी के अधिकारियों ने गुलधर में सामुदायिक विचार विमर्श कार्यक्रम आयोजित किया। उसमें स्थानीय निवासी, दुकानदार, रेस्टोरेंट संचालक और शिक्षण संस्थान के प्रबंधकों को पर परियोजना से अवगत कराया। एनसीआरटीसी के सीपीआरओ सुधीर शर्मा ने प्रजेंटेशन के माध्यम से परियोजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बताया कि निर्माण कार्य शुरू होने पर लोगों को परेशानी नहीं होने दी जाएगी। बताया कि मेरठ रोड पर पिलर बनाने के लिए बीच में नौ मीटर जगह घेरी जाएगी। उससे पहले मेरठ रोड को दोनों तरफ से पांच-पांच मीटर चौड़ा किया जा चुका है। बताया कि बैरिकेडिग इस प्रकार की जाएगी कि स्थानीय निवासियों को आने-जाने में परेशानी न हो। जानकारी दी कि बैरिकेडिग का स्थान निर्माण कार्य की आवश्यकता अनुसार बदल दिया जाएगा। स्थानीय लोगों से सुझाव मांगे हैं। अधिकारियों ने अपना मोबाइल नंबर साझा किया है। लोगों से अपील की है कि परेशानी होने पर वह संपर्क जरूर करें। एनसीआरटीसी अधिकारियों ने बताया कि प्रस्तावित सभी स्टेशनों के आसपास इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
रैपिड रेल के प्रस्तावित स्टेशन
दिल्ली : सराय कालेखां, न्यू अशोक नगर, आनंद विहार
गाजियाबाद : साहिबाबाद, गाजियाबाद (मेरठ तिराहा हिडन मोटल), गुलधर, दुहाई, मुरादनगर, मोदीनगर साउथ, मोदीनगर नॉर्थ
मेरठ : मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल, मोदीपुरम ( इसके अतिरिक्त आठ मेट्रो स्टेशन भी बनेंगे)
प्रोजेक्ट से जुड़े फैक्ट्स
- लागत 31632 करोड़ रुपये
- रैपिड रेल में होंगे नौ कोच
- गाजियाबाद में 15,470 वर्ग मीटर स्थाई निर्माण के लिए, 82104 वर्ग मीटर भूमि अस्थाई निर्माण के लिए चाहिए
- रेल की अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा तक होगा, न्यूनतम 100 किलोमीटर
- 2024 तक निर्माण पूरा करने का लक्ष्य
- वैल्यू कैप्चर फाइनेंसिग से 2054 तक लागत वसूली जाएगी मेरठ तिराहे से दुहाई के बीच कॉरिडोर के निर्माण का ठेका दिया जा चुका है। पहले काम गुलधर से दुहाई के बीच शुरू होगा। इस बीच निर्माण से पहले यूटिलिटी शिफ्टिग का कार्य पूरा है। इस कारण निर्माण शुरू करना आसान होगा।
- सुधीर शर्मा, सीपीआरओ, एनसीआरटीसी