माहौल पर मगजमारी, पत्ते नहीं खोल रहे वोटर
जागरण संवाददाता मोदीनगर वार्ड-6 में दिग्गजों की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है औैर मतदाता अपना मुं
जागरण संवाददाता, मोदीनगर :
वार्ड-6 में दिग्गजों की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है औैर मतदाता अपना मुंह खोलने को तैयार नहीं हैं। समस्याएं तमाम हैं, जिनका समाधान नहीं हो पाया है। इन गांवों में सबसे बड़ी समस्या परिवहन की है। अवैध वाहनों को पुलिस चलने नहीं देती। शहर से दूर के इन गांवों में सरकारी स्तर से आवाजाही का कोई साधन नहीं हैं, ऐसी स्थिति में लोग जनप्रतिनिधियों को घेरकर अपनी भड़ास जरूर निकाल रहे हैं।
भनेड़ा गांव में सुबह के साढ़े 11 बजे आदेश त्यागी के यहां मोहित, अनिल और दिनेश बैठे थे। आपसी चर्चा के बीच एक प्रत्याशी आ धमके। अपना पंफलेट चारों के हाथ में थमा प्रत्याशी ने वोट, सपोर्ट मांगी तो चारों ने कहा कि वोट किस आधार पर मांग रहे हो? प्रत्याशी ने इतना ही कहा कि जीतने के बाद निश्चित ही समस्याओं पर काम करूंगा। उसके जाने के बाद चर्चा चुनाव की ही शुरू हो गई। आदेश त्यागी ने कहा कि शहर से दूर देहात के इन गांवों में आज तक भी परिवहन का कोई साधन नहीं है। वादे की भी हद होती है।
मोहित ने तर्क दिया कि प्रत्याशी का जो रुख वोट मांगते समय होता है, वह जीतने के बाद क्यों नहीं रहता? एक प्रत्याशी के कुशल व्यवहार और जनता के बीच रहने का जिक्र करते हुए अनिल ने भी अपनी बात कही। डेढ़ बजे ग्यासपुर में पवन त्यागी की डेयरी पर महेश शर्मा, भूषण बैठे थे। पहले उनमें प्रधानी के दावेदारों की चर्चा चल रही थी। धीरे-धीरे बात जिला पंचायत के चुनाव पर चल गई। पवन ने कहा कि जो नेता जनता के बीच रहता हो, उनके दुखदर्द में आता जाता हो, वही चुनाव जीतेगा। बिना वजह की बहस और तर्क देने का कोई फायदा नहीं है। महेश शर्मा ने बात रोकी और बोले..नेता बहुत तेज होते हैं, जनता को बेवकूफ समझते हैं। लेकिन अब समय के साथ वोटर भी बदल चुका है। पत्ते खोलने अभी ठीक नहीं, इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प होने वाला है।
फिरोजपुर के रमेश और सुधीर त्यागी फुर्सत में अपने घेर में बैठे थे। पहले घरेलू बात कर रहे थे फिर चुनाव की बात शुरू हो गई। सुधीर बोले एक प्रत्याशी अपना माहौल पूछ रहा था, मैंने कह दिया माहौल तो उनका होता है, जो चुनाव से पहले और चुनाव के बाद जनता के बीच रहता है। जो हवा हवाई हो और केवल चुनाव लड़कर पद पाने के लिए ही आया हो, उसका क्या माहौल है? सुराना के दिनेश यादव का मानना था कि सरकार की योजनाओं को गांव के गली मोहल्ले तक पहुंचाए, ऐसा प्रत्याशी होना चाहिए। आजकल तो प्रधान इसलिए बनते हैं कि वे थाने की दलाली कर सकें। ऐसा नहीं होना चाहिए।
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वार्ड-6 के गांव
भनैड़ा, नांगल, ग्यासपुर, डबाना, सुराना, सुठारी, मतौर, शहजादपुर, गढ़ी, कुम्हैड़ा, खिदौड़ा, कुन्हैड़ा, झलावा, रावली, कैथवाड़ी, खुर्रमपुर, फिरोजपुर, काकड़ा, खिमावती, बंदीपुर, मोहम्मदपुर गांव वार्ड- 6 के अंतर्गत आते हैं। इस वार्ड में कुल 45 हजार वोटर हैं। पिछली बार यहां से मीनू यादव जिला पंचायत रही थीं, जो इस बार फिर चुनाव मैदान में हैं। इसी वार्ड से पूर्व कैबिनेट मंत्री राजपाल त्यागी की पुत्रवधू रश्मि त्यागी ने भी पर्चा भरा है। मुरादनगर से ब्लाक प्रमुख रहे राजेंद्रपाल त्यागी की पुत्रवधू भी इस सीट से चुनाव लड़ रही हैं। ऐसे में इस सीट पर इस बार मुकाबला कांटे का हो गया है। त्यागी, जाट और यादवों की वोट यहां निर्णायक भूमिका में हैं।