राकेश टिकैत की शरण में भाजपा के चेयरमैन..!
नगरपालिका में चल रहा उखलारसी हादसा पीड़ितों का धरना चेयरमैन विकास तेवतिया की निगाह में जाट त्यागियों की राजनीति है। वे खुद यह बात भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से कह रहे हैं। उनकी बातचीत का एक आडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है।
जागरण संवाददाता, मुरादनगर : नगरपालिका में चल रहा उखलारसी हादसा पीड़ितों का धरना चेयरमैन विकास तेवतिया की निगाह में जाट, त्यागियों की राजनीति है। वे खुद यह बात भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से कह रहे हैं। उनकी बातचीत का एक आडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है। विकास तेवतिया खुद भाजपा से जुड़े हैं। भाजपा के टिकट पर ही वे मुरादनगर के चेयरमैन बने थे। ऐसे में राकेश टिकैत से बातचीत भाजपा खेमे में चर्चा का विषय बनी हुई है। चेयरमैन यह भी कह रहे हैं कि वे बार्डर पर धरने की व्यवस्था को देखने के लिए भी गए थे।
दरअसल, राकेश टिकैत के उखलारसी हादसा पीड़ितों के धरने में आने की कई दिन से चर्चा चल रही थी। राकेश टिकैत के आने से कहीं मामला तूल न पकड़ जाए। इसी के चलते मुरादनगर चेयरमैन विकास तेवतिया ने राकेश टिकैत से बात की। विकास तेवतिया ने कहा कि सरकार हादसा पीड़ितों को 12 लाख रुपये, आवास, इलाज का पूरा खर्च दे चुकी है। सरकारी नौकरी उनके हाथ में नहीं है, इसलिए वे ठेके पर नौकरी देने के लिए तैयार हैं। विकास तेवतिया ने कहा कि असल में चुनाव नजदीक होने पर यह धरना जाट, त्यागियों की राजनीति के कारण हो रहा है। इसमें और कुछ नहीं है। इस पर राकेश टिकैत ने संतुलित बात करते हुए पीड़ितों को नगरपालिका की तरफ से एक दुकान देने की बात कही। बता दें कि सोमवार से नगरपालिका में हादसा पीड़ितों ने अपना धरना शुरू किया था। वे रात, दिन नगरपालिका कार्यालय परिसर में ही बैठे हुए हैं, लेकिन चेयरमैन विकास तेवतिया पीड़ितों से बात करने के लिए एक दिन भी नहीं पहुंचे हैं। वे कार्यालय परिसर में भी उस दिन से नहीं गए हैं। -मांग नहीं मानी तो शुरू करेंगे भूख हड़ताल: उखलारसी स्थित अंत्येष्टि स्थल में बनी गैलरी की छत गिरने से 25 लोगों की मौत होने के मामले में हादसा पीड़ितों का धरना रविवार को भी जारी रहा। अलग-अलग संगठनों व राजनीतिक दलों ने हादसा पीड़ितों को अपना समर्थन दिया। पीड़ितों को शनिवार को एसडीएम का नोटिस भी मिला था, जिसमें उन पर धरने को खत्म करने दबाव बनाया गया, लेकिन पीड़ितों ने कहा कि वे कोई भी सजा भुगतने का तैयार हैं, लेकिन मांगें पूरी हुए बगैर अपना धरना खत्म नहीं करेंगे। पीड़ितों ने रविवार को कहा कि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वे भूख हड़ताल शुरू करेंगे। ध्यान रहे कि तीन दिन पहले पीड़ितों ने दिन के साथ रात में भी अपना धरना शुरू कर दिया था।