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मदद को चिल्लाते रहे अरुण, लोग बने रहे तमाशबीन

आशुतोष गुप्ता गाजियाबाद यूपी यातायात पुलिस के सिपाही अरुण कुमार ने जब देखा कि उनके सामने क

By JagranEdited By: Published: Sun, 11 Apr 2021 10:41 PM (IST)Updated: Sun, 11 Apr 2021 10:41 PM (IST)
मदद को चिल्लाते रहे अरुण, लोग बने रहे तमाशबीन
मदद को चिल्लाते रहे अरुण, लोग बने रहे तमाशबीन

आशुतोष गुप्ता, गाजियाबाद

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यूपी यातायात पुलिस के सिपाही अरुण कुमार ने जब देखा कि उनके सामने कार पलट गई और देखते ही देखते वह आग का गोला बन गई। वह बिल्कुल भी नहीं घबराए और पूरी शिद्दत के साथ कार में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए डट गए। परिस्थितियां बिल्कुल विपरीत थी, तपिश ऐसी कि कोई भी पास जाने की हिम्मत नहीं दिखा पाया। फिर भी अरुण पूरा साहस दिखाते हुए आग का गोला बनी कार के पास कूद पड़े और घायलों को बाहर निकाल पाने में कामयाब हो गए। अरुण इस घटना में बुरी तरह झुलस गए, उनके कपड़ों में आग लगी हुई थी लेकिन उन्होंने कैसे न कैसे करके कपड़ों की आग को बुझाया और हिम्मत दिखाते हुए घायलों को एंबुलेंस में बैठाया। जब दर्द ज्यादा बढ़ा और उन्हें लगा कि ज्यादा चोट लग गई है तो उन्होंने अपनी वर्दी तक उतार फेंकी। दर्द से पीड़ित अरुण जमीन पर गिर गए और उनसे अपने जूते नहीं उतर पा रहे थे। उन्होंने मदद के लिए शोर मचाया लेकिन तमाशबीन लोग देखते रहे। इसके बाद अरुण ने पास में ड्यूटी कर रहे अपने साथी कांस्टेबल सूर्यकांत त्यागी को फोन कर बुलाया। सूर्यकांत ने उनके जूते और जले हुए मौजे निकाले और उन्हें पास के अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद उनका उपचार शुरू हो सका। जिस व्यक्ति ने तीन लोगों की जान बचाई, उसने कभी ऐसी उम्मीद नहीं की थी कि लोग उसकी मदद के लिए आगे नहीं आएंगे।

पहले भी अरुण ने बचाई कई लोगों की जान

अरुण ने मसूरी में ही तीन लोगों की जान नहीं बचाई बल्कि वह पहले भी कई लोगों की जान बचा चुके हैं। अरुण ने बताया कि जब वह आगरा में तैनात थे तो एक रात वह ड्यूटी पर थे। इस दौरान शराब के नशे में धुत एक व्यक्ति नाले में गिर गया। किसी का ध्यान उसकी तरफ नहीं गया। अरुण की निगाह उसपर चली गई। अरुण तत्काल वर्दी उतार कर नाले में कूद गए और नशे में धुत उस व्यक्ति को अकेले ही नाले से बाहर निकाल लाए। उसे अस्पताल में भर्ती कराया और उसके स्वजन का पता लगाया। इसके बाद स्वजन को उसके घायल होने की सूचना दी। इस व्यक्ति की जान भी अरुण के कारण ही बची थी। अधिकारियों ने लिया अरुण का हाल

शनिवार को अरुण के घायल होने के बाद दिन भर उनके हालचाल जानने वालों का तांता लगा रहा। एसपी यातायात रामानंद कुशवाहा, यातायात निरीक्षक परमहंस तिवारी समेत जिले के अन्य अधिकारियों ने अरुण का हाल जाना। सभी ने इस कार्य के लिए उनकी पीठ थपथपाई।


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