समस्या के समाधान को घर में चार कूड़ेदान रखने की अपील
जासं गाजियाबाद शहर में रोजाना 1500 टन कूड़े का उत्सर्जन होता है। इसका निस्तारण करने में नगर निगम के अधिकारियों को परेशानी हो रही है। ऐसे में अब नगर निगम के अधिकारी लोगों से घर में चार कूड़ेदान रखने की अपील कर रहे हैं।
जासं, गाजियाबाद: शहर में रोजाना 1,500 टन कूड़े का उत्सर्जन होता है। इसका निस्तारण करने में नगर निगम के अधिकारियों को परेशानी हो रही है। ऐसे में अब नगर निगम के अधिकारी लोगों से घर में चार कूड़ेदान रखने की अपील कर रहे हैं। इसमें पहले कूड़ेदान में गीला कूड़ा, दूसरे में सूखा कूड़ा, तीसरे में जैव अपशिष्ट और चौथे में हानिकारक कूड़े को इकट्ठा करने की अपील की जा रही है। हालांकि इससे पहले नगर निगम ने शहरवासियों से घर में गीला-सूखा कूड़ा अलग-अलग रखने के लिए दो कूड़ादान रखने की अपील की थी, जो विफल रही है। ऐसे में सवाल है कि चार तरह का कूड़ेदान शहर में कितने लोग रखेंगे। लोगों का कहना है कि नगर निगम को चाहिए कि कूड़े को अलग करने का कार्य वह खुद करे। सिर्फ लोगों के भरोसे न रहें। अत्याधुनिक मशीनों का इस्तेमाल कर कूड़े में से गीला, सूखा और हानिकारक कूड़ा अलग किया जा सकता है।
परिचर्चा लोग नगर निगम को टैक्स देते हैं। कूड़ा कलेक्शन का चार्ज अलग से दे रहे हैं। अगर सारा कार्य शहरवासी करेंगे तो नगर निगम क्या करेगा। कुछ लोग हो सकता है कि नगर निगम की अपील मान लें, लेकिन ज्यादातर लोग ऐसा नहीं करेंगे। नगर निगम को कूड़ा अलग-अलग करने की व्यवस्था खुद करनी चाहिए।
-मनोज चौधरी, पार्षद। शहरियों की जिम्मेदारी है कि कूड़े को अलग-अलग इकट्ठा करें, ताकि शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाया जा सके। लोगों से अपील की जा रही है कि वह घर में चार तरह का कूड़ेदान रखें। गीला कूड़ा रोजाना दें। जैव अपशिष्ट, सूखा, हानिकारक कूड़ा तीन दिन में इकट्ठा करके दें, ताकि कूड़ा निस्तारण में मदद मिले।
-प्रमोद कुमार, अपर नगर आयुक्त।