पिटाई के आरोपितों के कश्मीर में छुपे होने की संभावना
संवाद सहयोगी लोनी बुजुर्ग की पिटाई और दाढ़ी काटने के मामले में हिदू और मुस्लिम दोनों
संवाद सहयोगी, लोनी : बुजुर्ग की पिटाई और दाढ़ी काटने के मामले में हिदू और मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग शामिल हैं। पुलिस सूत्रों की मानें तो पिटाई के कुछ आरोपित कश्मीर जाकर छुप गए हैं।
बुजुर्ग की पिटाई की वारदात को पांच जून को अंजाम दिया गया। सात जून को जब बुजुर्ग ने तहरीर दी तो कुछ आरोपितों के फोन स्विच आफ हो गए। पुलिस की जांच में सामने आया है कि कुछ आरोपित आठ जून को कश्मीर रवाना हो गए हैं। पुलिस के सामने सवाल खड़ा है कि आरोपित कश्मीर में जाकर क्यों छिपे हैं। आरोपितों के कश्मीर में संबंध कैसे हैं। आरोपितों को कश्मीर में किसने पनाह दी है। पुलिस की टीमें आरोपितों की तलाश में जुटी हैं।
-- विधायक ने दी तहरीर : विधायक नंद किशोर गुर्जर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और एआइएमआइएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और अभिनेत्री स्वरा भास्कर आदि के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है। आरोप है कि इनके द्वारा बुजुर्ग की पिटाई और दाढ़ी काटने का वीडियो शेयर कर सांप्रदायिक रूप देने की कोशिश की गई। इसे हिदू-मुस्लिम से जोड़कर माहौल खराब करने का प्रयास किया गया। जबकि बुजुर्ग की पिटाई के मामले में मुस्लिम भी शामिल हैं। उन्होंने सभी के खिलाफ रासुका के तहत केस दर्ज करने की मांग की है।
---- डिलीट हुई काफी वीडियो : बुजुर्ग की पिटाई का वीडियो काफी लोगों द्वारा इंटरनेट मीडिया पर वायरल किया गया था। लेकिन देर रात ट्विटर समेत अन्य पर हुई एफआइआर और मामले में मुस्लिम युवकों के शामिल होने की जानकारी मिलने पर काफी लोगों ने वीडियो को इंटरनेट मीडिया से डिलीट कर दिया है। साइबर सेल की टीम वायरल और डिलीट करने वालों को चिह्नित कर रही है। पुलिस के मुताबिक सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
--- पुलिस जांच पर सवाल : लोगों ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं। आरोप है कि बुजुर्ग ने दर्ज कराई रिपोर्ट में घटना स्थल बार्डर थाने का बताया है। जबकि जांच में पता लगा कि बुजुर्ग की पिटाई कोतवाली क्षेत्र में की गई थी। लोगों का आरोप है कि पुलिस ने दबाव में बिना जांच आरोपितों को जेल भेज दिया। यदि पुलिस बिना दबाव के जांच करती तो सत्यता का चल पाता।
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पोस्टर लगने की सूचना पुलिस को बुधवार दोपहर में सूचना मिली कि शहर में घटना से संबंधित कुछ पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर लगाए जाने की सूचना पर पुलिस और खुफिया विभाग में हड़कंप मच गया। दोनों विभागों की टीम ने शहर में जांच की। लेकिन पोस्टर न मिलने से दोनों विभाग के अधिकारियों ने राहत की सांस ली। वहीं लोगों में पीड़ित बुजुर्ग को लोनी लाए जाने की सूचना वायरल हुई। जिसके बाद उन्हें देखने के लिए काफी लोग थाने के आसपास घूमते देखे गए। --- अधिकारी रहे मुस्तैद : दाढ़ी काटने के मामले के तूल पकड़ने के बाद बुधवार को एसपी देहात और पुलिस क्षेत्राधिकारी बार्डर थाने में रहे। एसएसपी लगातार उन्हें जरूरत के मुताबिक दिशा निर्देश देते रहे। वहीं बुजुर्ग की पिटाई और दाढ़ी काटने का मामला लोगों में चर्चा का विषय बना रहा। हर ओर लोग इसी मुद्दे पर चर्चा करते देखने को मिले।