खुले नालों से लगातार हो रहे हादसे, अधिकारी बेसुध
नगरपालिका और नगर पंचायत के आबादी क्षेत्र में खुले नाले हादसों का सबब बन रहे हैं लेकिन अधिकारी इसको लेकर गंभीर नहीं हैं।
जागरण संवाददाता, मोदीनगर : नगरपालिका और नगर पंचायत के आबादी क्षेत्र में खुले नाले हादसों का सबब बन रहे हैं, लेकिन अधिकारी इसको लेकर गंभीर नहीं हैं। मुरादनगर, निवाड़ी में नाले में गिरकर दो बच्चों की मौत की घटनाएं भी हाल ही में हो चुकी हैं। लोग नालों को ढकने की लगातार मांग कर रहे हैं। कानून व्यवस्था के लिए भी यह एक बड़ा सवाल बन रहा है।
मुरादनगर की प्रीतविहार कालोनी में 28 नवंबर को अरहम की नाले में गिरने से मौत हो गई थी। घटना के बाद वहां भारी भीड़ एकत्र हो गई। हंगामे पर उतारू लोगों को अधिकारियों ने किसी तरह समझाकर शांत किया। इसके अलावा हाल ही में निवाड़ी कस्बे में बच्चा नाले में गिर गया, उसकी मौत हो गई। इस घटना को लेकर भी कस्बे के लोगों में रोष है। करीब पांच साल पहले मुरादनगर की नूरगंज कालोनी के पास से गुजर रहे नाले में बच्चा गिर गया था, जिसमें उसकी मौत हो गई थी। लोगों का कहना है कि आबादी क्षेत्र में खुले नालों को नगरपालिका को ढकना चाहिए। ताकि बच्चे या कोई भी व्यक्ति इनमें गिरकर हादसे का शिकार न हों। हादसों के बाद हंगामे जैसी स्थिति भी बनती है, जो कानून व्यवस्था के लिए भी एक बड़ी समस्या है।
तहसील प्रशासन भी इसको लेकर नगरपालिका और नगर पंचायतों को पत्र लिख चुका है। ईओ को कहा गया है कि आबादी क्षेत्र में नालों को ढकने का काम किया जाए। इसके बावजूद अधिकारी इसको लेकर गंभीर नहीं हैं। निवाड़ी के सतेंद्र त्यागी का कहना है कि अधिकारी इसको लेकर बेसुध हैं। अब आंदोलन किया जाएगा। वहीं, तहसीलदार हरि प्रताप सिंह का कहना है कि नगरपालिका, नगर पंचायतों को इस संबंध में पत्र लिखा गया है। जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा।