80 बेड का अस्पताल, आक्सीजन सप्लाई की देखरेख के लिए इंजीनियर तक नहीं
जासं गाजियाबाद प्रताप विहार स्थित फ्लोरेस अस्पताल में बड़ी लापरवाही सामने आई है। 80 बेड के
जासं, गाजियाबाद: प्रताप विहार स्थित फ्लोरेस अस्पताल में बड़ी लापरवाही सामने आई है। 80 बेड के इस अस्पताल में आक्सीजन की सप्लाई ठीक से हो, जिससे की प्रत्येक मरीज को आक्सीजन मिल सके। इसके लिए औचक निरीक्षण के दौरान वहां एक तकनीकी इंजीनियर तक तैनात नहीं मिला। इतना ही नहीं अस्पताल में अब तक कितनी आक्सीजन की आपूर्ति की गई, किन मरीजों को आक्सीजन की आवश्यकता पड़ी। इसके लिए जरूरी लाग बुक तक तैयार नहीं कराई गई है। ऐसे में अस्पताल के खिलाफ जल्द ही कार्रवाई हो सकती है।
जिले में इस समय 52 से अधिक कोविड अस्पताल हैं। इनमें से कई अस्पतालों में मरीजों के लिए जरूरी सुविधाएं, डॉक्टर, स्टाफ और संसाधन की कमी पहले ही उजागर हो चुकी है। अब आक्सीजन की सप्लाई के लिए तकनीकी इंजीनियर की कमी भी सामने आई है। ऐसे में अधिकारियों ने जिले के सभी अस्पतालों का औचक निरीक्षण करने और वहां पर जरूरी सुविधाओं को चेक करने का निर्णय लिया है, जिससे की मरीजों को उपचार में परेशानी न हो।
अधिकारियों ने पहनी पीपीई किट तो खुलने लगी पोल: आक्सीजन आपूर्ति के नोडल अधिकारी नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार ने पीपीई किट पहनकर सोमवार रात को फ्लोरेस अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था। यहां पर 80 में से 17 बेड खाली मिले थे, जबकि जिले में एक-एक बेड के लिए मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है। दूसरी तरफ बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण में लापरवाही मिली थी, जिस कारण अस्पताल पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार द्वारा एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया जा चुका है। इससे पहले पेलेटिव अस्पताल, सुशीला अस्पताल, नागर अस्पताल, ले क्रेस्ट अस्पताल, अटलांटा अस्पताल, नरेंद्र मोहन अस्पताल का निरीक्षण किया गया था। बयान जिले के नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन सी के निर्देश पर अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया जा रहा है। फ्लोरेस अस्पताल में औचक निरीक्षण के दौरान कई लापरवाही सामने आई है। कार्रवाई के लिए रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को प्रेषित की गई है। - महेंद्र सिंह तंवर, नगर आयुक्त।