56 टन आक्सीजन से मरीज ले रहे सांस, जिले में 83 टन की मांग
अभिषेक सिंह गाजियाबाद जिले में आक्सीजन की सप्लाई बढ़ाने के लिए चिकित्सकों द्वारा मांग की जा र
अभिषेक सिंह, गाजियाबाद: जिले में आक्सीजन की सप्लाई बढ़ाने के लिए चिकित्सकों द्वारा मांग की जा रही है। इंटरनेट मीडिया पर इसको लेकर संदेश भी वायरल हो चुके हैं। एक तरफ कोरोना से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है तो दूसरी तरफ ऐसे मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है, जिनको स्वस्थ होने के लिए आक्सीजन चाहिए। इस वजह से अब 83 टन आक्सीजन की मांग रोजाना की है। इसकी आपूर्ति के लिए जिला प्रशासन तैयारी कर रहा है। जिले में अस्पतालों के अंदर आक्सीजन प्लांट लगाने पर जोर दिया जा रहा है।
आंकड़े
आक्सीजन की मांग - रोजाना 83 टन
आक्सीजन की आपूर्ति - रोजाना 56 टन
अस्पताल में लिक्विड आक्सीजन की आपूर्ति - 22 टन
रिफिलर्स को दी जा रही आक्सीजन - 22 टन
जिले में बी टाइप के सिलेंडरों की संख्या - 3,500
बी टाइप के एक सिलेंडर में आक्सीजन - 1,500 लीटर
जिले में डी टाइप के सिलेंडरों की संख्या - 2,200
डी टाइप के एक सिलेंडर में आक्सीजन - 7,000 लीटर
होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के लिए जरूरत - 250 सिलेंडर ऐसे हो रही है खपत: कोरोना मरीजों का उपचार कर रहे चिकित्सक डॉ. युवराज का कहना है कि मरीज को आक्सीजन की आवश्यकता मुख्य तौर पर इस बात पर निर्भर करती है कि कोरोना ने मरीज के फेफड़े पर कितना असर किया है। जिन मरीजों पर कोरोना का कम असर हुआ है वह आधे से दो लीटर आक्सीजन प्रति मिनट लेकर घर पर ही स्वस्थ हो रहे हैं। लेकिन जिनके फेफड़ों पर कोरोना का ज्यादा असर हुआ है उनको स्वस्थ करने के लिए आठ-दस लीटर आक्सीजन प्रति मिनट से भी अधिक की आवश्यकता पड़ रही है। अगर मरीज वेंटिलेटर पर है तो आक्सीजन और अधिक चाहिए होती है। ऐसे मरीजों के लिए रोजाना चार से पांच सिलेंडर भी लग सकते हैं।
हाइफ्लो मशीन का इस्तेमाल बहुत कम: आक्सीजन की किल्लत होने के कारण हाइफ्लो मशीन का इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है। जबकि गंभीर मरीजों को हाइफ्लो मशीन से आक्सीजन देने की आवश्यकता पड़ती है। इस मशीन से 20 से 50 लीटर आक्सीजन प्रति मिनट मरीज को दी जा सकती है। लेकिन आक्सीजन की आपूर्ति कम होने के कारण मशीन का इस्तेमाल नहीं हो पाता है।
बयान
गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण आक्सीजन की मांग बढ़ रही है। आक्सीजन प्लांट लगने के बाद इससे राहत मिलेगी। जिले के निजी और सरकारी अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट लगाने का कार्य प्रक्रिया में हैं। चार प्लांट सीएसआर फंड से लगवाए जा रहे हैं।
- सेंथिल पांडियन सी, नोडल अधिकारी, गाजियाबाद