आयोग की लापरवाही से 52 छात्र नहीं दे सके मंडी परिषद की परीक्षा
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा बृहस्पतिवार को जिले में आयोजित कराई गई राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद की कनिष्ठ लिपिक व कनिष्ठ सहायक पद पर परीक्षा में आयोग की लापरवाही के कारण 52 अभ्यर्थी परीक्षा देने से वंचित रह गए। अभ्यर्थियों का आरोप है कि उनके प्रवेश पत्र में परीक्षा केंद्र का गलत नाम अंकित कर दिया गया था। इसके चलते वह समय से परीक्षा केंद्र तक नहीं पहुंच पाए।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा बृहस्पतिवार को जिले में आयोजित कराई गई राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद की कनिष्ठ लिपिक व कनिष्ठ सहायक पद पर परीक्षा में आयोग की लापरवाही के कारण 52 अभ्यर्थी परीक्षा देने से वंचित रह गए। अभ्यर्थियों का आरोप है कि उनके प्रवेश पत्र में परीक्षा केंद्र का गलत नाम अंकित कर दिया गया था। इसके चलते वह समय से परीक्षा केंद्र तक नहीं पहुंच पाए। इसके विरोध में अभ्यर्थियों ने पहले तो परीक्षा केंद्र के बाहर हंगामा किया और उसके बाद कलक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी से शिकायत की।
बता दें कि बृहस्पतिवार को जिले के नौ केंद्रों पर उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद की कनिष्ठ सहायक व कनिष्ठ लिपिक पद पर परीक्षा थी। यह परीक्षा दो पालियों सुबह 10 से दोपहर 12 और दोपहर तीन बजे से शाम पांच बजे तक आयोजित की गई। इसमें जिले में 7116 अभ्यर्थियों को हिस्सा लेना था, लेकिन डासना स्थित एक परीक्षा केंद्र रॉयल कॉलेज ऑफ लॉ का नाम प्रवेश पत्रों में रॉयल एजुकेशनल इंस्टीट्यूट कर दिया गया। इसके चलते जब अभ्यर्थियों ने परीक्षा केंद्र की लोकेशन मोबाइल में डाली तो वह डासना से काफी आगे बताई गई। इसके चलते वह परीक्षा देने से वंचित रह गए। गलत लोकेशन के कारण वह कई किमी दूर दूसरे कॉलेज में पहुंच गए। इसके विरोध में अभ्यर्थियों ने पहले कॉलेज के बाहर हंगामा किया और इसके बाद जिलाधिकारी से शिकायत की। परीक्षा न दे पाने वाले अभ्यर्थियों में सिद्धार्थ, रीनू शर्मा, ज्योति, गुड्डी, संजना, प्रिया, ज्योति त्यागी, आलोक कुमार, रीना कुमार, अमित कुमार, गुलायशा, रेखा समेत अन्य छात्र शामिल थे।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप