साहूकार से प्लॉट छुड़ाने को आढ़ती से की लूट, चार गिरफ्तार
नगर कोतवाली क्षेत्र में 16 अप्रैल को आढ़त कारोबारी से 5.
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : नगर कोतवाली क्षेत्र में 16 अप्रैल को आढ़त कारोबारी से 5.85 लाख रुपये की लूट का पर्दाफाश कर पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले चारों आरोपित मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिए। पुलिस के मुताबिक लूट की मुखबिरी एक व्यापारी के कर्मचारी ने ही की थी। इनसे साढ़े चार लाख रुपये, घटना में प्रयुक्त दो तमंचे, दो कारतूस, दो बाइक और पीड़ित के बैंक खाते की पासबुक समेत अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं। आरोपितों ने कारोबारी व कर्मचारी को टक्कर मार स्कूटी लूटी, लेकिन कुछ दूरी पर ही स्कूटी फिसल गई। इसके बाद आरोपित उसकी डिक्की में रखे रुपये लेकर फरार हो गए थे। आरोपितों ने कर्मचारी पर दो बार गोली चलाई थी, लेकिन दोनों ही बार फायर मिस हो गया। एक ही गांव के हैं आरोपित
एसपी सिटी श्लोक कुमार ने बताया कि सूचना के आधार पर मेरठ तिराहे के पास शनिवार शाम टीम पहुंची और यहां चार लोगों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया तो आरोपितों ने पुलिस पर फायर कर दिया। हालांकि पुलिस ने चारों को घेरकर गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान एक सिपाही व दरोगा भी को चोट आईं। आरोपितों की पहचान सुरेंद्र पाल उर्फ सुंदर, मोहित, गौरव उर्फ गौरी व राहुल के रूप में हुई है। चारों बुलंदशहर में सिकंदराबाद के सराय जगन्नाथ गांव के रहने वाले हैं। मोहित और सुंदर सगे भाई हैं। आरोपितों ने नोएडा से बाइक चोरी की थी और जनवरी में कासना में लूट में असफल रहने पर लोगों से मारपीट कर फायर कर दिया था। सूचना के साथ बताया था पूरा रूट मैप
नगर कोतवाल जयकरण सिंह ने बताया कि मोहित ने बीते दिनों एक प्लॉट गिरवी रखकर कुछ रुपये उधार लिए थे। पैसे न लौटाने पर साहूकार ने इस पर कब्जा कर लिया। उसके गांव का ही एक युवक विजयनगर के क्रिश्चियननगर बागू में एक खुदरा व्यापारी के यहां काम करता था। उसी ने मोहित को रविप्रकाश के बारे में बताया कि कलेक्शन वाले दिन 7-8 लाख रुपये उनके पास होते हैं। कर्मचारी ने उनका पूरा रूट मैप बताया। 16 अप्रैल को आरोपित चोरी की दो बाइकों पर चारों सवार होकर आए। शाम छह बजे प्रताप विहार से अर्थला जाते समय आरोपितों ने पीछे से रवि प्रकाश की स्कूटी में टक्कर मारी। तुरंत दूसरी बाइक से भी टक्कर मारी और रवि कर्मचारी के साथ गिर गए। आरोपितों ने उनसे लाठी-डंडे से मारपीट की और फिर स्कूटी लूट ले गए। करनी थी दूसरी लूट
सीओ सिटी फर्स्ट धर्मेंद्र चौहान ने बताया कि लूटी गई रकम में से 10-15 हजार रुपये सभी को देकर बाकी रुपये मोहित ने अपने पास रख लिए। उसने इन रुपयों से अपना प्लॉट छुड़ाने के बाद अगली घटना में हिसाब बराबर करने को कहा था। हालांकि उधार की रकम से ये रुपये कम पड़ रहे थे। इसीलिए उसने अपने पास इन्हें रख लिया था। पहली घटना की तरह उक्त कर्मचारी ने एक अन्य व्यापारी की भी मुखबिरी की थी। उसके पास करीब आठ लाख रुपये होना बताया गया था। मगर घटना से पहले आरोपितों को दबोच लिया गया।