एक ऑपरेशन के बाद नहीं आई सर्जन
जिला महिला अस्पताल में महिला सर्जन नहीं है। इसके चलते मरीजों को परेशानी हो रही थी। अस्पताल प्रशासन ने संविदा पर महिला डॉक्टर को रखा, लेकिन एक ऑपरेशन करने के बाद वह नहीं आई।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: एक दिन नौकरी करने के बाद महिला चिकित्सक लौट कर नहीं आई। न ही लिखित में कोई सूचना ही दी। इसके चलते सौ बेड के महिला चिकित्सालय में सिजेरियन डिलीवरी नहीं हो पा रही हैं। वर्तमान में मात्र एक सर्जन ही तैनात है।
चार माह पहले महिला अस्पताल में संविदा पर कार्यरत डॉ. ऋतु मित्तल ने व्यक्तिगत कारणों से नौकरी छोड़ दी थी। इससे सिजेरियन केस नहीं हो रहे थे। महिलाओं को निजी अस्पताल भेज दिया जाता था। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत सितंबर मे डॉ. डॉली अग्रवाल की संविदा पर नियुक्ति हुई। उन्होंने चार सितंबर को अस्पताल में एक महिला का ऑपरेशन किया। इसके बाद से वापस नहीं आई। सीएमएस डॉ. साधना राठौर ने बताया कि पिछले दिनों डॉ. डॉली ने फोन पर अवगत कराया कि आगरा के किसी अस्पताल में नौकरी लग गई है।
चार माह में सिर्फ एक सिजेरियन
बीते मई से लेकर अब तक सिर्फ एक महिला की ही ऑपरेशन से डिलीवरी की गई है। एक सर्जन हैं, लेकिन उनकी टीम नहीं है। - महिलाएं लौटने को विवश
रोजाना तीन-चार गर्भवती महिलाएं अस्पताल में ऐसी आती हैं जिनका ऑपरेशन जरूरी होता है। सर्जन नहीं होने से वे लौटने को विवश होती हैं। - वर्जन-
महिला सर्जन डॉ. डॉली अग्रवाल कई दिन से नहीं आ रही हैं। उन्होंने फोन पर कहीं और नौकरी लगने की जानकारी दी है। लिखित में अभी इस्तीफा नहीं दिया है।
डॉ. साधना राठौर-
सीएमएस-