11 दिन में गेहूं खरीद का लक्ष्य पूरा होना मुश्किल
11 दिन में गेहूं खरीद का लक्ष्य पूरा होना मुश्किल
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: लॉकडाउन की बंदिशों के बीच शुरू हुई गेहूं खरीद अनलॉक-1 में भी रफ्तार नहीं पकड़ पाई है। डेढ़ महीने से अधिक समय में लक्ष्य की मात्र 55 फीसद खरीद हो पाई है। बाकी 45 फीसद खरीद 11 दिनों में होना बेहद मुश्किल नजर आ रहा है। विभाग को खरीद की अंतिम तिथि बढ़ने की उम्मीद है। गेहूं की सरकारी खरीद हर साल एक अप्रैल से शुरू होती है, लेकिन इस बार लॉकडाउन के कारण इसे 15 अप्रैल से शुरू हुआ। सरकार ने 1925 रुपये के समर्थन मूल्य से जिले में 54 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य दिया है। इसके लिए प्रशासन ने सभी मंडी समितियों के साथ ही अलग अलग स्थानों पर कुल 67 क्रय केंद्र बनाए हैं। इन पर लगातार खरीद की जा रही है, लेकिन रफ्तार इतनी धीमी है कि अब तक मात्र 30 हजार टन गेहूं की खरीद हो पाई है जो लक्ष्य की तुलना में काफी कम है। शुरूआत में लॉकडाउन की सख्ती के कारण किसानों को क्रय केंद्रों पर पहुंचना मुश्किल भरा रहा। बीच में कई बार बारिश और आंधी ने खरीद पर ब्रेक लगा दिए। वहीं बोरों की कमी से भी खरीद प्रभावित रही। अब यह अंतिम दौर में चल रही है। शासन ने फिलहाल खरीद की अंतिम तिथि 15 जून से आगे नहीं बढ़ाई है। जिला खाद्य विपणन अधिकारी गोरखनाथ का कहना है कि यदि अंतिम नहीं बढ़ी तो लक्ष्य की 80 फीसद खरीद ही होने का अनुमान है। किसानों से संपर्क कर अधिक से अधिक गेहूं खरीदने के प्रयास किए जा रहे हैं। बोरों की कोई कमी नहीं है। उन्होंने बताया कि मंडल में जिला अभी तीसरे स्थान पर है। अगले कुछ दिनों में दूसरे स्थान पर पहुंच जाएगा। किसने कितना गेहूं खरीदा
-विभाग खरीद टन में
-खाद्य विभाग 5866
-पीसीएफ 15555
-यूपी एग्रो 3584
-कल्याण निगम 2294
-भारतीय खाद्य निगम 2629