झलकारी बाई के रण कौशल से कांपती थी अंग्रेजी हुकूमत
रविवार को धूमधाम से मनाई गई वीरांगना की जयंती पालीवाल हाल में 101 समाजसेवियों का हुआ सम्मान।
संवाद सहयोगी, फीरोजाबाद: रविवार को वीरांगना झलकारी बाई की जयंती धूमधाम से मनाई गई। सुबह दस बजे जलकल कार्यालय के बाहर स्थापित प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ कार्यक्रम शुरू हुए।
पालीवाल हाल में आयोजित गोष्ठी में भारतीय बौद्ध संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भंते संघप्रिय राहुल ने कहा कि वीरांगना झलकारी बाई ने अंग्रेजों के साथ संघर्ष किया और देश की खातिर अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। उनकी वीरता, रण कौशल से अंग्रेजी हुकूमत कांपती थी। उन्होंने अपने जीवित रहते रानी लक्ष्मीबाई और झांसी के स्वाभिमान पर आंच नहीं आने दी। मेयर नूतन राठौर ने कहा कि वीरांगना झलकारी बाई ने यह साबित कर दिया था कि महिलाएं भी किसी से कम नहीं है। सदर विधायक मनीष असीजा ने कहा कि झलकारी बाई ने अल्प आयु में ही खूंखार चीते का वध करके अपने साहस का परिचय दे दिया था।
शिकोहाबाद विधायक डा. मुकेश वर्मा ने कहा कि एससी और पिछड़ा वर्ग के लोगों ने आजादी की लड़ाई में जो योगदान दिया, उसे भुलाया नहीं जा सकता। कार्यक्रम के अंत में 101 समाज सेवियों का सम्मान किया गया। पूर्व सांसद प्रो. ओमपाल सिंह निडर, भाजपा महानगर अध्यक्ष राकेश शंखवार, भगवानदास शंखवार, पार्षद मनोज शंखवार आदि मौजूद रहे।
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कांग्रेसियों ने प्रतिमा पर किया माल्यार्पण
कांग्रेस जिलाध्यक्ष संदीप तिवारी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने झलकारी बाई की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके जीवन पर प्रकाश डाला। मनोज भटेले, कमलेश जैन, शैलेंद्र कुमार शर्मा, लाला राइन, गंगाराम शंखवार, भीम राज, अजय सिंह वाल्मीकि, सोनू शर्मा आदि मौजूद रहे।
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30 लाख से बनेगा वीरागंना झलकारी बाई द्वार
वीरांगना झलकारी बाई शोभायात्रा समिति पदाधिकारियों ने मेयर नूतन राठौर को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें जलेसर रोड पर वीरांगना झलकारी बाई द्वार बनाने की मांग की गई। मेयर ने बताया कि द्वार बनाने के लिए 30 लाख का प्रस्ताव तैयार कराया गया है। 15वें वित्त की बैठक में इसे पास कराकर निर्माण कराया जाएगा।