अवैध खनन पर 27 लाख का जुर्माना
तहसीलदार ने दो लोगों को जिम्मेदार ठहराते हुए की संस्तुति ग्रामीणों की शिकायत पर लेखपाल से कराई थी जांच।
संवाद सहयोगी, टूंडला, (फीरोजाबाद): यमुना के बीहड़ में जमीन को खोदकर पाताल बनाने वालों के खिलाफ अब शिकंजा कसने से खलबली मच गई है। सरकारी जमीन से हजारों घनमीटर मिट्टी खोदने की शिकायत पर जांच में दो लोग चिन्हित किए गए। इसके बाद नाप-तौल कराई गई। लेखपाल की रिपोर्ट के आधार पर तहसीलदार ने 27 लाख रुपये का जुर्माना लगाने की संस्तुति की है। ।
तहसीलदार डा. गजेंद्र पाल सिंह ने बताया कि लाइनपार क्षेत्र के गाटा संख्या 1159, 1167 व 1168 यमुना व बीहड़ में दर्ज हैं। इस जमीन से रूधऊ मुस्तकिल निवासी देवी सिंह द्वारा आठ हजार घन मीटर और नगला शीतल निवासी सत्यवीर सिंह द्वारा बीहड़ के गाटा संख्या 598 से 19 हजार 200 घनमीटर मिट्टी का अवैध खनन करने की शिकायत मिली थी। दोनों मामलों की जांच क्षेत्रीय लेखपाल शीलेंद्र सिंह से कराई गई थी। दोनों शिकायतें सही पाई गईं। इसके बाद सौ रुपये प्रति घन मीटर की दर के हिसाब से दोनों पर कुल 27.20 लाख रुपये का जुर्माना लगाने की संस्तुति एसडीएम को भेजी है। छिकाऊ में अवैध खनन की शिकायत
थाना पचोखरा क्षेत्र के गांव छिकाऊ निवासी जगदीश पांडे और राजकिशोर ने एसडीएम से गांव में अवैध खनन की शिकायत की है। उनका कहना है कि रात में कुछ लोगों मिट्टी का अवैध खनन कर रहे हैं। सड़क किनारे से मिट्टी उठाने के कारण रास्ता संकरा हो गया है। पहले भी शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उलाऊ खेड़ा में अवैध खनन पर ढाई महीने में नहीं हुई कार्रवाई:
टूंडला क्षेत्र में मिट्टी का अवैध खनन बड़े पैमाने पर हो रहा है। दैनिक जागरण ने ये मुद्दा कई बार उठाया। अक्टूबर के अंत में हिरनगांव के पास उलाऊ खेड़ा में खनन और रात के समय मिट्टी से लदे डंपर पुलिस चौकी के सामने से गुजरने के वीडियो भी वायरल हुए। प्रशासन ने जांच की बात भी कही, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।