शेखपुरा कांड के जिम्मेवार तीन अवैध शराब विक्रेता गिरफ्तार
फरार हुए दो साथियों के साथ मिलकर बनाकर बेचते थे नकली शराब 40 लीटर एल्कोहल और अन्य सामग्री बरामदगैंगस्टर में होगी कार्रवाई।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : शराब पीने से शेखपुरा में हुई तीन श्रमिकों की मौत के लिए जिम्मेवार अवैध शराब विक्रेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ये तीनों शराब बनाने और बेचने का धंधा करते थे। इनकी निशानदेही पर एल्कोहल और अन्य सामग्री बरामद हुई है, जबकि दो शातिर फरार होने में कामयाब रहे। इन सभी के खिलाफ गैंगस्टर के तहत भी कार्रवाई होगी।
शेखपुरा में 16 नवंबर भाई दूज की रात श्रमिक नबी चंद्र, उसके भतीजे संजय यादव और एक अन्य ग्रामीण अवधेश ने गांव से खरीदकर शराब पी थी। 17 नवंबर को इन तीनों की मौत हो गई थी। शराब पीने से हुई मौतों के बाद खलबली मच गई थी। शासन ने जिला आबकारी अधिकारी को हटा दिया गया, वहीं आबकारी इंस्पेक्टर, तीन सिपाही निलंबित हुए थे। वहीं एसएसपी सचिंद्र पटेल ने इंस्पेक्टर खैरगढ़ और तीन कांस्टेबलों को निलंबित किया था। मृतक संजय के भाई विपिन कुमार ने गांव के ही दिव्यांग घासीराम, श्यामवीर और सत्यवीर उर्फ व्यापारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। बताया गया था कि संजय ने इन तीनों के यहां से पौव्वे खरीदे थे।
एसपी ग्रामीण राजेश कुमार ने बताया कि सोमवार सुबह पुलिस की टीम ने गांव बिजौली में अवधेश कुमार के ट्यूबवेल पर छिपे तीनों आरोपितों को दबोच लिया। इनकी निशानदेही पर इनके द्वारा अलग-अलग स्थानों पर छिपाए गए 44 पौव्वा शराब, क्वार्टर की पैकिंग करने वाले रैपर, अवैध शराब बनाने में प्रयोग किया जाने वाला 40 लीटर एल्कोहल, एक बोरे में पौव्वे के ढक्कन बरामद किए हैं। पूछताछ में आरोपितों ने अवैध शराब को आसपास के क्षेत्रों में तथा शराब पीने से दम तोड़ने वाले तीनों व्यक्तियों को बेचना स्वीकार किया। आरोपितों ने अपने साथियों का नाम अवधेश कुमार और राम अवतार निवासीगण बिजौली बताया। पुलिस इन दोनों की तलाश कर रही है। पुलिस टीम को 20 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा। वार्ता के समय सीओ बल्देव सिंह खनेड़ा, एसओ खैरगढ़ नरेंद्र कुमार शर्मा व एसओजी प्रभारी कुलदीप सिंह भी थे। - फरार साथियों से भी खरीदते थे तीनों शराब
एसपी ग्रामीण ने बताया कि पकड़े गए आरोपित खुद शराब बनाने के अलावा फरार साथी अवधेश व राम अवतार से 30 रुपये प्रति पौव्वा खरीदते थे और इसकी बिक्री आसपास के गांवों व कुछ दुकानों पर 40-45 रुपये में करते थे। तीनों पांच साल से शराब बेच रहे थे। आरोपित सत्यवीर उर्फ व्यापारी पहले भी जेल जा चुका है। ट्राइसाइकिल से शराब बेचता था दिव्यांग घासीराम
एसपी ने बताया कि आरोपित घासीराम पैर से दिव्यांग है। वह अपनी ट्राइसाइकिल में अवैध शराब छुपाकर चलता था और गांवों में परचून की दुकानों पर शराब बेचता था।
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