लापरवाही से फिर बढ़ने लगी कोरोना की रफ्तार - फोटो- तीन
सरकारी अस्पताल हो या अन्य स्थान अधिकांश लोग नहीं लगा रहे मास्क ठंड व लापरवाही से बढ़ने लगे मरीज।
- सरकारी अस्पताल हो या अन्य स्थान, अधिकांश लोग नहीं लगा रहे मास्क
- ठंड व लापरवाही बढ़ने के साथ ही खतरनाक हो रही कोरोना की चाल जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद:
दृश्य एक : स्वशासी राजकीय मेडिकल कालेज अस्पताल में शनिवार दोपहर 12 बजे दवा काउंटर पर कई रोगी खड़े थे। इनके बीच शारीरिक दूरी रखने का पालन नहीं किया जा रहा था। कई मास्क भी नहीं लगाए हुए थे। - दृश्य दो: मेडिकल कालेज अस्पताल के वार्ड पांच के बाहर बरामदे में आधा दर्जन तीमारदार बैठे थे। इनमें कई लोग बिना मास्क के थे। दो गज की दूरी भी इनके बीच नहीं थी। इस तरह का नजारा यहां आम रहता है। जिले में एक तरफ कोरोना का संक्रमण फिर तेजी से बढ़ने लगा है। दूसरी तरफ लापरवाही का ये आलम है। सरकारी अस्पताल हों या अन्य सार्वजनिक स्थान, अधिकांश लोग न तो मास्क लगा रहे हैं न ही दो गज की दूरी रख रहे हैं। कोरोना की रफ्तार बढ़ने की यह प्रमुख वजह है।
कोरोना काल की शुरूआत से अब तक जिले में कुल 3507 संक्रमित मिल चुके हैं। अगस्त-सितंबर में कोरोना का प्रकोप चरम पर था। अगस्त में रोजाना औसतन 26.5 और सितंबर में 37.9 संक्रमित मिल रहे थे, लेकिन बीते महीने संक्रमितों की संख्या घट गई थी। इस कारण स्वास्थ्य विभाग द्वारा सिर्फ मेडिकल कालेज के 100 बेड के कोविड हास्पिटल में ही रोगी भर्ती किए जा रहे हैं। इस बीच संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा होते देख शासन-प्रशासन जनता से मास्क लगाने व दो गज की दूरी रखने की अपील कर रहा है। इसके बाद भी लोग इस पर अमल नहीं करना चाहते। -मौसम में बदलाव बढ़ा रहा संक्रमण
ठंड बढ़ने से सर्दी-जुकाम व बुखार के मरीज बढ़ रहे हैं। इन दिनों अस्पतालों में इनसे पीड़ित रोगियों की भीड़ लग रही है। ऐसे में कोरोना संक्रमण का खतरा भी बढ़ रहा है। अगस्त-सितंबर की तरह फिर कोरोना के संक्रमितों की संख्या बढ़ने का अनुमान है।
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कोरोना की इस तरह रही चाल
माह ---संक्रमित---प्रतिदिन का औसत
--अप्रैल--- 109---3.6
--मई--- 159---5.3
--जून---252---8.4
--जुलाई---207---6.9
--अगस्त---796---26.5
--सितंबर---1138---37.9
--अक्टूबर---358---11.9
--नवंबर-- 472----17.48
(यह आंकड़ा 27 नवंबर तक का है।)
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