¨स्टग ऑपरेशन में फंस गए सदर तहसील के सब रजिस्ट्रार
फीरोजाबाद, जागरण संवाददाता। सदर तहसील के सब रजिस्ट्रार स्टिंग ऑपरेशन में फंस गए हैं। एक स्कूल को कॉमर्शियल बताकर डेढ़ लाख रुपये की मांग की। बात 30 हजार रुपये पर बनी। इस दौरान पीड़ित ने वीडियो बना लिया और वायरल कर दिया। इसके साथ ही खलबली मच गई है। जांच में इसकी पुष्टि भी हुई है। अब कार्रवाई की तैयारी चल रही है।
जासं, फीरोजाबाद: सर बताइए उस मामले में क्या करना है.. आपके लोग आए थे. 10 हजार रुपये दे रहे थे. हमने मना कर दिया.। अब इतने में कहां. किसको ., शर्म लगती है.। तो आप बताइये कितना करना है.। कम से कम 30 हजार तो करा ही दो.। वर्ना इतने में तो हम डेढ़ लाख लेते हैं.। वो तो आपकी बात है . इसलिए।
ये बातचीत सदर तहसील में उपनिबंधक कार्यालय में तैनात सब रजिस्ट्रार पीपी चौरसिया और पीड़ित पक्ष की है। दरअसल, शहर के दक्षिण थाना क्षेत्र स्थित स्कूल से जुड़ा मामला है। सब रजिस्ट्रार चौरसिया इस स्कूल के भवन को व्यावसायिक बताकर भवन स्वामी को लाखों रुपये की स्टांप चोरी में कार्रवाई का डर दिखा रहे थे। उनका कहना है कि यदि कॉमर्शियल रेट लगाई गई तो 14-15 लाख रुपये की स्टांप कमी निकलेगी। फिर इस पर जुर्माना भी देना होगा। मामला निपटाने के लिए उन्होंने भू स्वामी से डेढ़ लाख रुपये की डिमांड की। आखिर, 30 हजार पर मान गए। इसी दौरान भू स्वामी ने अपने स्तर से जानकारी की। पता चला कि स्कूल भवन आवासीय श्रेणी में आता है। इसके बाद भू स्वामी ने सब रजिस्ट्रार की बातचीत को कैमरे में कैद करने की योजना बना ली। पूर्व निर्धारित योजना के तहत भू स्वामी दफ्तर पहुंचे और सब रजिस्ट्रार चौरसिया से बातचीत का स्टिंग ऑपरेशन कर दिया।
आवासीय श्रेणी में आता है स्कूल:
सूचना का अधिकार के तहत पूछी गई जानकारी में सहायक महानिरीक्षक (एआइजी) स्टांप ने बताया है कि स्कूल आवासीय भवन है। इस पर स्टांप भी आवासीय की दर से लगता है।
जांच में भी हुई पुष्टि:
¨स्टग के बाद मामले की शिकायत मिलने पर डीएम नेहा शर्मा ने जांच कराई तो इसमें भी लेनदेन की बात की पुष्टि हुई है। इस संबंध में सब रजिस्ट्रार चौरसिया ने कहा कि उन्हें इस तरह की जांच की कोई जानकारी नहीं है।