ब्लॉक से विकास भवन तक तालाबंदी, गूंजते रहे नारे
'गुरूवार का दिन आंदोलनों के नाम रहा। जिला मुख्यालय पर दिन भर नारे गूंजते रहे। एक तरफ
'गुरूवार का दिन आंदोलनों के नाम रहा। जिला मुख्यालय पर दिन भर नारे गूंजते रहे। एक तरफ बिजली दरों में बढ़ोत्तरी के खिलाफ सांसद अक्षय यादव की अगुवाई में सपा ने धरना प्रदर्शन किया, तो दूसरी ओर ग्राम प्रधान, सचिव और विकास विभाग के कर्मचारियों ने भी अपना आंदोलन उग्र कर दिया। विकास भवन में ताले डाल कर सीडीओ के खिलाफ नारेबाजी की। दोपहर पहुंचे दो दर्जन से अधिक गांवों के किसान धरना देने पहुंचे। जेड़ाझाल परियोजना में गई जमीन का चार गुना मुआवजा पाने के लिए किसानों ने गुरूवार से भूख हड़ताल शुरू कर दी है। वहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का धरना प्रदर्शन भी जारी रहा। इस कारण विकास भवन आए फरियादियों को निराश होकर लौटना पड़ा।'
-किसानों पर अत्याचार कर रही है योगी सरकार: सांसद
फीरोजाबाद: ग्रामीण क्षेत्रों पर बढ़ी बिजली की दरों को सपा ने मुद्दा बना लिया है। गुरूवार को सांसद अक्षय यादव के नेतृत्व में सपा कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी को सौंपा गया।
सांसद सुबह 11 बजे करीब जिला मुख्यालय स्थित धरना स्थल पर पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि योगी सरकार गरीबों और किसानों पर अत्याचार कर रही है। बिजली की दरें कई गुना बढ़ा दी गई हैं। नोटबंदी और जीएसटी के कारण किसान पहले से ही काफी परेशान हैं। ऐसे में बिजली की दरें बढ़ाना अन्याय है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने नौ महीने में विकास की दशा में कोई कदम नहीं उठाया। सरकार को बढ़ी हुई दरें तत्काल वापस लेनी चाहिए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो सपा किसानों के हित के लिए सड़कों पर उतर कर संघर्ष करेगी। सांसद ने इस संबंध में राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एडीएम उदय ¨सह को सौंपा। इस दौरान जिलाध्यक्ष रामसेवक यादव, सिरसागंज विधायक हरिओम यादव, अवनींद्र यादव, विजय प्रताप ¨सह, रमेश चंद्र चंचल, राज नरायन गुप्ता, शिव प्रताप यादव, अंशुल विक्रम हैप्पी, गुलाब ¨सह प्रधान, अब्दुल वाहिद, संजय यादव, अब्दुल हई, इंदवती यादव, बंटू कठेरिया, ओमप्रकाश, हिकमत उल्लाह, जगमोहन यादव आदि मौजूद रहे।
भूख हड़ताल पर बैठे दर्जनों किसान, नहर काटने की दी धमकी
फीरोजाबाद: जेड़ाझाल परियोजना में जमीन गंवाने वाले किसानों को चार गुना मुआवजा पाने के लिए अब भूख हड़ताल जैसा कदम उठाना पड़ गया है। गुरूवार को भारतीय किसान यूनियन (भानू) के नेतृत्व दो दर्जन गांवों से पहुंचे किसान विकास भवन के सामने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए।
भाकियू जिलाध्यक्ष विजेंद्र ¨सह टाईगर ने बताया कि जेड़ाझाल परियोजना में 58 गांवों के किसानों की जमीन कोड़ियों के भाव ले ली गई है। किसी को सर्किल रेट का तो किसी को चार गुना मुआवजा दिया गया है। दर्जनों किसान लंबे समय से चार गुना मुआवजा मांग रहे हैं, लेकिन शासन प्रशासन ने अब तक सुनवाई नहीं की है। ऐसे में किसानों को भूख हड़ताल के लिए मजबूर होना पड़ा है। जिला संगठन मंत्री राजकुमार ¨सह ने कहा कि यदि शीघ्र ही मुआवजा नहीं दिया गया तो नहर काट दी जाएगी। उन्होंने गेहूं और धान का समर्थन मूल्य तीन हजार और आलू का 1500 रुपये घोषित करने की मांग भी उठाई। लायक ¨सह, बहादुर ¨सह, लोधी, राम निवास, श्रीकिशन, दलवीर ¨सह, किताब ¨सह, ओमवीर, रमेश चंद, रामबाबू, सुरेश और सावित्री देवी के साथ ही कई महिलाएं भी भूख हड़ताल पर बैठी हैं।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आज से करेंगी क्रमिक अनशन:
फीरोजाबाद: राज्य कर्मचारी का दर्जा एवं मानदेय में बढ़ोत्तरी की मांग को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का विकास भवन के सामने धरना प्रदर्शन गुरूवार को भी जारी रहा। कार्यकर्ताओं ने लोकगीतों के माध्यम से प्रदेश सरकार के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया। कार्यकर्ता शुक्रवार से क्रमिक अनशन शुरू करेंगी।
महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष आसमा कुलश्रेष्ठ ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि हम गांधीवादी तरीके से आंदोलन कर रही हैं, लेकिन यदि शासन प्रशासन इसमें अवरोध पैदा करने की कोशिश करेगा तो सड़क पर उतर कर जेल भरो आंदोलन जैसे कदम उठाने से भी हम पीछे नहीं हटेंगे। शुक्रवार को 11 कार्यकर्ता क्रमिक अनशन पर बैठेंगी। शाम को सांसद अक्षय यादव भी कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे और उनकी समस्याएं सुनीं। इस दौरान आरती, प्रमिला गुप्ता, नीतू यादव, सीमा, सुधा शर्मा, सरला गुप्ता, सरोज यादव, सरोज कुमारी, सुमन यादव, राधा ¨सह, रूबी, प्रदीप कुमार, शर्मिला, मंजू, सुमनदेवी आदि मौजूद रहीं।
ब्लॉक से विकास भवन तक तालाबंदी
फीरोजाबाद: लोहिया और प्रधानमंत्री आवास योजना में गड़बड़ी के आरोपों में पिछले दिनों मुकदमे दर्ज होने के बाद ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव और विकास विभाग के कर्मचारी लामबंद हो गए।
गुरूवार को इस आंदोलन ने उग्र रूप ले लिया। सुबह सबसे पहले ब्लॉक कार्यालयों में तालाबंदी की गई। फिर ब्लॉकों के कर्मचारी एवं प्रधान जिला मुख्यालय पहुंच गए। दोपहर 12 बजे करीब यहां भी ताला लगा दिया गया। इसके बाद सीडीओ अशोक कुमार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई। दो बजे करीब सिटी मजिस्ट्रेट शीतला प्रसाद धरना स्थल पहुंचे और मामले को बातचीत से हल कराने की पहल की। शाम पांच बजे करीब सीडीओ कार्यालय में प्रधान, सचिव और कर्मचारियों के प्रतिनिधि मंडल के साथ बैठक हुई। इसी दौरान वहां सांसद अक्षय यादव भी पहुंच गए। उन्होंने भी मामले को बातचीत से सुलझाने को कहा। अंत में हुआ भी यही। प्रतिनिधि मंडल की मांग पर सीडीओ ने 15 दिन में गलतियां सुधारने पर सकारात्मक सहयोग का आश्वासन दिया। अखिल भारतीय प्रधान संघ के नारखी ब्लॉक अध्यक्ष राजेश प्रताप ¨सह ने बताया कि जिन अपात्रों को गलत तरीके से पैसा पहुंच गया है। उसे 15 दिन में वापस कराया जाएगा। यदि कोई लाभार्थी रुपये वापस नहीं करेगा तो उसकी आरसी निकाली जाएगी। अधिकारियों ने निलंबित सचिवों को बहाल करने एवं एफआइआर वापस लेने का भी आश्वासन दिया है। इस दौरान राहुल यादव, लटूरी ¨सह, ध्रुव कुमार आचार्य, उदयवीर ¨सह, जय ¨सहपाल, सुशील सविता, गंभीर ¨सह, गोकुल कुशवाह, सुनील बघेल, रामनिवास यादव, जितेंद्र यादव, हरेंद्र बघेल आदि मौजूद रहे।