सड़कों पर सन्नाटे का पहरा, घरों में हुई ईद मुबारक
सड़कों पर सन्नाटे का पहरा घरों में हुई ईद मुबारक
जेएनएन, फीरोजाबाद: अबकी बार कपड़े भी नए नहीं थे और गले मिलने पर भी पाबंदी थी। कोरोना की दहशत और लॉकडाउन के सन्नाटों के बीच घरों में ईद की रौनक नजर आई। सुबह से घरों में चहल-पहल के साथ परिवार तैयार हुए और ईद की नमाज अदा कर अल्लाह से कोरोना के खात्मे और अमन की दुआ मांगी। घरों में ही एक-दूसरे से ईद मुबारक हुई और सोशल मीडिया पर संदेशों की बाढ़ आ गई। मस्जिदों पर लटके तालों के बाहर सड़क पर पुलिस का पहरा रहा। ड्रोन सुबह से दोपहर तक निगेहबानी करता रहा। इतिहास में पहली बार इस तरह से भाईचारे का त्यौहार ईद मनाई गई। सीमित संख्या में ईदगाहों पर नमाज के अनुमति देने से प्रशासन ने इन्कार कर दिया था, इसलिए मौलानाओं ने भी घर पर ईद की नमाज अदा की। जिले में सुबह छह बजे से नौ बजे तक नमाज हो चुकी थी। वहीं शहर के गई गलियों में लोग बाहर निकल आए और पुलिस को दौड़ लगानी पड़ी। इस तरह सोमवार को ईदुल फितर मनाया गया। जेएनएन, फीरोजाबाद: पिछले दिनों से कोरोना के संक्रमण की रफ्तार में तो कमी थी, लेकिन ईद से पहले ही शहर में संक्रमण के सात मामलों के बाद प्रशासन फिर अलर्ट हो गया। रात में ही सख्ती के इंतजाम किए गए थे और लोगों को किसी भी तरह से घरों से निकलने पर पाबंदी लगा दी गई थी। इससे पहले मौलाना और धर्मगुरुओं के साथ बैठक कर प्रशासन ने घरों में ईद मनाने की अपील की थी। मौलानाओं ने ईदगाह पर पांच लोगों द्वारा नमाज पढ़े जाने के लिए प्रशासन से पैरवी की, लेकिन इन्कार कर दिया गया। शहर में एक तरफ सुबह से घरों में ईद की तैयारियां थीं, वहीं दूसरी तरफ पुलिस सन्नाटे के बीच मोर्चा संभाले खड़ी थी। मस्जिदों के बाहर फोर्स तैनात कर दिया गया था। डीएम चंद्रविजय सिंह और एसएसपी सचिद्र पटेल सुबह से काफिले के साथ निरीक्षण के लिए निकले। गांधीपार्क स्थित ईदगाह का निरीक्षण करने के बाद अन्य स्थानों पर भी गए।
उधर, सुबह छह बजे जामा मस्जिद में शहर मुफ्ती के बेटे अशरफ ने पांच लोगों के साथ नमाज पढ़ी। बाकी जगह मस्जिदों पर ताले लगे रहे। वहीं मदीना कॉलोनी मस्जिदे आयशा में मौलाना अहमद उनैस नदवी के नमाज पढ़ाई, मौलाना आलम मुस्तफा याकूबी समेत पांच लोगों ने नमाज अदा की। सुबह नौ बजे तक सभी जगह ईद की नमाज के बाद एक दूसरे को बधाइयों का सिलसिला दोपहर बाद तक चलता रहा। घरों में मीठी सेवईं और पकवान बने। वहीं पुलिस ने बाइक रैली निकालकर घरों में ही रहने का संदेश दिया। -तीस फुटा रोड पर टूटा लॉकडाउन, दौड़ती रही पुलिस रसूलपुर नैनी ग्लास चौराहे के बाद तीस फुटा रोड पर नमाज के बाद अचानक लोग सड़कों पर उतर आए और भीड़-भाड़ हो गई। इसकी सूचना आते ही पुलिस पहुंची और गलियों और सड़क पर घूमते लोगों को चेतावनी देकर घरों के अंदर भेजा। वहीं नालबंद और अन्य गलियों में भी इसी तरह की भीड़ दिखती रही। दोपहर में धूप तेज होने के बाद गलियों में सन्नाटा छा गया।
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सोशल मीडिया पर सियासी दलों ने दी बधाइयां
हर बार ईद पर बड़े आयोजन होते थे। ईदगाह पर नमाज के साथ-साथ लोगों को बधाई देने के लिए सियासीदलों के कैम्प लगते थे। इस बार सोशल मीडिया के जरिए राजनैतिक दलों ने सभी को ईद की बधाइयां दीं। शिकोहाबाद में सजे रहे तिराहे, बंद रहा बाजार, घरों में ईद मुबारक
संस, शिकोहाबाद: सौहृार्द के त्यौहार ईद पर घर से निकलने पर पाबंदियां तो थीं, लेकिन सड़कों पर सन्नाटे के बीच रंगोली के लिए खुशियां बिखरीं नजर आईं। नगर पालिका की ओर से शहर के चौराहों ओर तिराहों पर रंगोली बनवाई थी। मौलानाओं ने प्रशासन को पांच लोगों के नाम तय करके ईदगाह पर नमाज के लिए अनुमति मांगी थी, मगर सुबह तक कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद घर-घर में ही ईद की नमाज अदा की गई। राहत के रोस्टर के मुताबिक सोमवार को नगर में आवश्यक सामान के साथ-साथ गैर जरुरी सामान की दुकानें भी खुलना थीं, लेकिन त्यौहार पर भीड़ ज्यादा उमड़ने की आशंका को लेकर बाजार बंद करवा दिया। सघन बस्ती वाले क्षेत्रों में ड्रोन उड़ाकर निगरानी की गई। एसडीएम नरेंद्र सिंह, एसपी ग्रामीण राजेश कुमार, सीओ इंदुप्रभा सिंह ने शहर का निरीक्षण किया। इस दौरान एसपी ग्रामीण ने माइक से ईद की बधाइयां दीं। सुबह कुछ दुकानें खुल गई थी, पुलिस ने उन्हें बंद करवा दिया।
टूंडला में ईद पर रहा सन्नाटा, घरों में हुई नमाज
टूंडला: कस्बे में भी ईद का पर्व सादगी के साथ मनाया गया। प्रशासन और धर्म गुरुओं की अपील पर लोग घरों से नहीं निकले। प्रशासन ने सोमवार को बाजार भी नहीं खुलने दिया। इस कारण बाजार और सड़कों पर सन्नाटा रहा। ईदगाह के साथ ही बड़ी और छोटी मस्जिदों में इमाम के साथ वहां रहने वाले दो तीन लोगों ने ही नमाज पढ़ी। एसडीएम एकता सिंह, सीओ अजय चौहान, तहसीलदार डॉ. गजेंद्र पाल सिंह और इंस्पेक्टर ज्ञानेंद्र सिंह फोर्स के साथ कस्बे में भ्रमण करते रहे। -जसराना में खुला बाजार, मस्जिदों पर रहा पहरा
जसराना: सोमवार को कस्बे में जरूरी चीजों के साथ ही इलेक्ट्रोनिक्स और कपड़े की दुकानें भी दोपहर तक खुलीं। ईद को देखते हुए सुबह से ही विशेष सफाई अभियान चलाया गया। चूने का छिड़काव किया गया, लेकिन नमाज लोगों ने घर में ही पढ़ी। ईदगाह और मस्जिदों पर पुलिस का पहरा रहा। ईदगाह में किसी को जाने की अनुमति नहीं दी गई थी। यहां सीओ बल्देव सिंह खनेड़ा फोर्स के साथ मौजूद थे। बैलमपुरी मस्जिद में पांच, जामा मस्जिद और पोतपुरी मस्जिद में चार चार लोगों ने नमाज पढ़ी। यहां इंस्पेक्टर गिरीश चंद्र गौतम, इंस्पेक्टर क्राइम रणजीत सिंह मौजूद रहे। एसपी ग्रामीण राजेश कुमार ने भी भ्रमण किया। -सिरसागंज में उड़ा ड्रोन, गली मुहल्लों पर भी रही नजर
सिरसागंज: ईद का त्योहार शांति और सादगी पूर्वक मनाया गया। प्रशासन की अपील और सख्ती का असर रहा है कि कोई घर से बाहर नहीं निकला। ड्रोन कैमरे से गली और मोहल्लों में नजर रखी गई। कई लोगों ने ईद की खुशियों को गरीबों के साथ मिलकर साझा कीं। सोमवार को दुकानें खुलनी थीं, लेकिन प्रशासन ने सुबह ही एनाउंसमेंट करके दुकानें न खोलने के निर्देश जारी कर दिए। इसलिए बाजार बंद रहा। एसडीएम देवेंद्र पाल सिंह, एएसपी डॉ. ईरज राजा, थाना प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार तोमर जामा मस्जिद, हुसैनी मस्जिद, बीच की सराय मस्जिद व थाने की मस्जिद का दौरा किया। एएसपी ने बताया कि लोगों का सहयोग रहा। वे ईद पर भी घरों से नहीं निकले। नियमों का ठीक से पालन हो इसके लिए ड्रोन से भी नजर रखी गई। -कस्बों और गांवों में भी सादगी से मनाई गई ईद
सोमवार को शहर ही नहीं एका, फरिहा जैसे कस्बों और मक्खनपुर, नारखी में भी ईद सादगी के साथ मनाई गई। यहां भी मस्जिदों पर चौकसी रही और लोगों ने घर में नमाज अदा कर अल्लाह से अमन चैन की दुआ मांगी।