पेयजल पुनर्गठन परियोजना अंतिम दौर में
फीरोजाबाद जागरण संवाददाता। करोड़ों के बजट बनकर तैयार पेयजल पुनर्गठन परियोजना की अंतिम परीक्षा की बारी आ चुकी है। आइआइटी रुड़की के इंजीनियरों की टीम फाइनल परीक्षण को जल्द शहर में आएगी।
फीरोजाबाद, जागरण संवाददाता। करोड़ों के बजट बनकर तैयार पेयजल पुनर्गठन परियोजना की अंतिम परीक्षा की बारी आ चुकी है। आइआइटी रुड़की के इंजीनियरों की टीम फाइनल परीक्षण को जल्द शहर में आएगी।
सुहागनगरी की आठ लाख की आबादी को भरपूर गंगाजल उपलब्ध कराने के लिए 432 करोड़ की पेयजल पुनर्गठन परियोजना तैयार कराई गई है। जलनिगम द्वारा परियोजना के तहत नंदपुर में इंटेक प्लांट व सैलई में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तैयार कराया गया है। इसके साथ शहर में 20 नए जोनल पंपिंग स्टेशन तैयार कराए गए हैं। शहर वासियों को 20 नए व 14 पुराने जोनल पंपिग स्टेशन के जरिए गंगाजल मुहैया कराया जा रहा है। प्रमुख सचिव के रविद्र नायक के निर्देश पर जलनिगम द्वारा थर्ड पार्टी के रूप में पूरे प्रोजेक्ट की जांच के लिए 37 लाख खर्च कर आइआइटी रुड़की को अधिकृत किया है। आइआइटी इंजीनियरों की टीम ने अब तक तीन बार नंदपुर इंटेक प्लांट, सैलई स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट सहित एक दर्जन जोनल पंपिग स्टेशन की जांच पूरी कर ली है। शेष जोनल पंपिग स्टेशनों की जांच के लिए 15 अक्टूबर तक टीम के आने की संभावना है। सभी जोनल पंपिग स्टेशनों की जांच के बाद आइआइटी द्वारा फाइनल रिपोर्ट जलनिगम को सौंपी जाएगी।
प्रमुख सचिव के निर्देश पर पेयजल पुनर्गठन परियोजना की जांच कराई जा रही है। आइआइटी रुड़की टीम तीन बार जांच के लिए आ चुकी है। अब प्रोजेक्ट का अंतिम परीक्षण होना है। इसके बाद ही कंपनी द्वारा फाइनल रिपोर्ट दी जाएगी।
-राकेश कुमार, अधिशासी अभियंता जलनिगम