17 घंटे तक बंद रहा सैलई वाटर ट्रीटमेंट प्लांट
रैपुरा विद्युत सबस्टेशन से जुड़ी 33 केवी अंडरग्राउंड लाइन पर हुआ फाल्ट रविवार देर रात सुचारू हुई सप्लाई सुबह मीटर रूम में फाल्ट से बढ़ा गंगाजल संकट।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: रैपुरा विद्युत सबस्टेशन से जुड़ी 33 केवी अंडरग्राउंड लाइन पर रविवार की शाम फाल्ट हो गया। विद्युत विभाग की टीम घंटों की मशक्कत के बाद देर रात विद्युत आपूर्ति सुचारू कर पाई। इसके बाद सोमवार सुबह आठ बजे सैलई स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के मीटर रूम में बड़ा फाल्ट हो गया। इससे कई मुहल्लों में गंगाजल का संकट खड़ा हो गया।
जेड़ाझाल नहर से आने वाले गंगाजल को सैलई स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर शुद्ध करने के बाद शहर में भेजा जाता है। रविवार की शाम चार बजे सांती रोड पर 33 केवी अंडरग्राउंड लाइन में फाल्ट होने से रैपुरा विद्युत सबस्टेशन से जुड़े डेढ़ दर्जन गांव के साथ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की बिजली गुल हो गई। विद्युत विभाग की टीम फाल्ट ठीक करने के लिए कई घंटे काम करती रही। रात दो बजे बाद फाल्ट ठीक हुआ। सुबह आठ बजे कर्मचारियों ने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट चालू करने का प्रयास किया तो मीटर रूम में फाल्ट हो गया।
जल निगम के सहायक अभियंता दिनेशचंद्र शर्मा ने इसकी सूचना विद्युत विभाग के अधिकारियों को दी। जेई धर्मेंद्र कुमार टीम के साथ प्लांट पर पहुंचे। कर्मचारी दोपहर तक मीटर रूम की रिपेयरिग करने में लगे रहे। शाम चार प्लांट चालू हो सका।
-शहर में बढ़ा गंगाजल संकट, दौड़े जलकल अधिकारी:
फाल्ट के कारण घंटों प्लांट बंद होने से सोमवार को सुबह सुरेश नगर, गोमती नगर, नगला बरी, रसूलपुर, हिमायूंपुर टंकी से जुड़े क्षेत्रों में पानी का संकट रहा। जलकल विभाग के प्रभारी एक्सइएन अमरेंद्र गौतम सुबह 11 बजे ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण करने पहुंचे। शहर में शाम को भी गंगाजल की आपूर्ति नहीं हो सकी।
-दूषित पानी की समस्या दूर करने को बदली जा रही पाइप लाइन:
वार्ड 43 नई बस्ती में पांच दिनों से घरों में गंदा पानी पहुंच रहा है। जलकल विभाग की टीम तीन दिनों से लीकेज ठीक करने का प्रयास कर रही थी, लेकिन सोमवार को भी गंदे पानी की समस्या दूर नहीं हुई। अब नई लाइन डाली जा रही है।